पटना. सरकार चावल के क्षेत्र विस्तार में भागलपुर में कतरनी चावल, चंपारण में मिर्चयां और रोहतास जिले के सोनाचूर्ण चावल को प्राथमिकता देगी. कतरनी चावल को जीआइ टैग मिल चुका है. कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने शुक्रवार को भागलपुर – सारण प्रमंडल की कृषि योजनाओं की समीक्षा कर अधिकारियों को यह निर्देश दिये हैं.
कृषि मुख्यालय, भागलपुर बांका, छपरा, सीवान और गोपालगंज कृषि विभाग के अधिकारियों से मंत्री ने कहा कि जीआइ टैग प्राप्त कतरनी चावल के क्षेत्र विस्तार को प्राथमिकता दी जाये. मिर्चयां और सोनाचूर्ण चावल के क्षेत्र विस्तार पर कार्य किया जाये.
चावल की ये किस्में बिहार के परंपरागत और विशिष्ट उत्पाद हैं. इनका बाजार भाव काफी अच्छा है. इससे किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी. गोपालगंज में किसानों के बीच अनुदानित दर पर बीज वितरण और होम डिलिवरी का कार्य बेहतर तरीके से किया गया है.
मंत्री ने इसके लिए अधिकारियों की पीठ थपथपाई. वहीं, छपरा में काम अच्छा न होने पर जिला कृषि पदाधिकारी, छपरा (सारण) से बीज वितरण में देरी के लिए स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिये हैं.
मिट्टी नमूना लेने के लिए विशेष अभियान भी चलाने को कहा. मंत्री ने उर्वरक की कालाबाजारी पर सरकार की जीरो टालरेंस नीति का कड़ाई से पालन कराने को कहा है. बैठक में कृषि सचिव डॉ एन सरवण कुमार, कृषि निदेशक आदेश तितरमारे आदि अधिकारी मौजूद रहे.
Posted by Ashish Jha