गुमला : आज विश्व पर्यावरण दिवस है. हर साल हम पर्यावरण संतुलन की बात करते हैं. जंगल व पहाड़ बचाने के लिए लंबे चौडे वादे करते हैं. नारा लगाते हैं. परंतु जैसे ही विश्व पर्यावरण दिवस खत्म होता है. लकड़ी व पत्थर माफिया प्रशासन से मिल कर बेखौफ जंगलों को उजाड़ने में जुट जाता है.
पहाड़ों को नष्ट करने लगता है. गुमला में कई जगह अवैध रूप से काम हो रहा है. जिसका नतीजा है. जंगल उजड़ गये. पहाड़ भी नष्ट कर दिये गये. प्रभात खबर प्रतिनिधि ने नष्ट हुए जंगल व पहाड़ की तस्वीर ली है.
जो कि यह बताती है कि गुमला में किस कदर जंगल व पहाड़ को धीरे-धीरे नष्ट किया जा रहा है. अगर इस पर रोक नहीं लगी, तो आने वाले समय में गुमला के कई हिस्सों से पहाड़ खत्म हो जायेंगे. जंगल भी नहीं बचेगा. गुमला से जगरनाथ, रायडीह से खुर्शीद, पालकोट से महीपाल व जारी से जयकरण की रिपोर्ट.