नयी दिल्ली : दिल्ली में अब तक म्यूकोरमाइकोसिस (Mucormycosis) या ब्लैक फंगस (Black Fungus) के 1,044 मामले दर्ज किये गये हैं. जबकि इस फंगल इंफेक्शन से 89 मरीजों की जान चली गयी है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) ने गुरुवार को कहा कि अब तक 92 लोग पूरी तरह से ठीक हो गये हैं. 89 अन्य लोगों की जान इस संक्रमण की चपेट में आने से हो गयी है. बता दें कि कोरोना संक्रमण से उबर चुके लोगों में ब्लैक फंगल संक्रमण का मामला कई शहरों में देखा जा रहा है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि घातक संक्रमण से पीड़ित लगभग 860 मरीजों का राजधानी के विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है. म्यूकोरमाइकोसिस एक फंगल संक्रमण है. यह मधुमेह के रोगियों में पहले भी देखा जाता रहा है. इस बार भी मधुमेह के रोगियों को इससे सबसे ज्यादा खतरा है. साथ ही वैसे लोग जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है या कोरोना की वजह से कमजोर हो गयी है, यह फंगल उनको भी संक्रमित कर रहा है.
पहले इस तरह के संक्रमण के मामले दुर्लभ थे. लेकिन पिछले कुछ दिनों में तेजी से मामले बढ़े हैं. ज्यादातर कोविड-19 उपचार के लिए अस्पतालों में भर्ती लोगों को इस फंगस का संक्रमण हुआ है. एम्स दिल्ली के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने पहले भी कहा है कि इस संक्रमण से बचाव के लिए साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. शरीर में सुगर की मात्रा का प्रबंधन बेहद आवश्यक है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोरोना वैक्सीन को लेकर सत्येंद्र जैन ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि दिल्ली को और कितने कोविड-19 वैक्सीन की खुराक मिल रही है. जब तक हम इसे प्राप्त नहीं कर लेते, हम कुछ नहीं कह सकते. उन्होंने कहा कि टीके की कमी के कारण एक सप्ताह से अधिक समय से दिल्ली सरकार के 18-44 आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण बंद है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोवैक्सीन की दूसरी खुराक लेने वाले लोग प्रतीक्षा कर रहे हैं. अगर हमें कोवैक्सीन की और अधिक खुराकें मिलती हैं तो हम पहले दूसरे डोज के लिए उन खुराकों का उपयोग करेंगे. हम अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं कि लोगों को कोवैक्सीन की दूसरी खुराक समय पर लगायी जाए. सारा कुछ वैक्सीन की उपलब्धता पर निर्भर करता है.
Posted By: Amlesh Nandan.