भारत सरकार कोरोना वैक्सीन बनाने वाली प्रमुख कंपनियों फाइजर, जॉनसन एंड जॉनसन और मॉडर्ना से टीकों की खरीद और उनके भारत में निर्माण के बारे में बात कर रही हैं. इस बारे में विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने जानकारी दी.
हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि भारत कोरोना की दूसरी लहर से लड़ रहा है. ऐसे में हम विश्व के कई देशों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. हमारी कोशिश ये है कि सभी को समय पर टीकों की आपूर्ति हो सके.
हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि कोविड -19 के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए भारत वैश्विक स्तर की क्षमता बनाने की प्रक्रिया में जुटा हुआ है. उन्होंने कहा कि हम भारत के स्वदेशी वैक्सीन के लिए डब्ल्यूएचओ की मंजूरी की भी प्रतीक्षा कर रहे हैं, जिसका निर्माण भारत बायोटेक ने किया है.
हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि हर संकट का समाधान अनुभव के आधार पर ही होता है और होगा यही कि इस महामारी का अंत होगा. हम नयी तकनीकों की मदद से इस महामारी का मुकाबला करेंगे और जीतेंगे.
वहीं आज विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने टीके के निर्यात के प्रश्न पर कहा कि विदेशों में टीकों की आपूर्ति के बारे में बात करना ठीक नहीं होगा, इस समय घरेलू मांग पर ध्यान है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार टीका उत्पादन को बढ़ाने के लिये सभी प्रयास कर रही है जिसमें घरेलू स्तर पर टीके का उत्पादन बढ़ाने तथा विदेशों से आपूर्ति सुनिश्चित करना शामिल हैं .
बागची ने कहा कि हम मॉडर्ना, फाइजर जैसे अमेरिकी टीका विनिर्माताओं के साथ संपर्क बनाए हुए हैं . हम अमेरिकी प्रशासन के भी संपर्क में हैं ताकि भारत में टीके के उत्पादन के लिए कच्चे माल एवं अन्य तत्वों की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके.
Posted By : Rajneesh Anand