कोरोना महामारी के दौरान पहली बार बिहार विधानसभा का चुनाव कराया गया. विधानसभा चुनाव में नौ राजनीतिक दलों ने कुल 503 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा था. इन सभी राजनीतिक दलों ने अपने प्रत्याशियों की जीत के लिए कुल 81.86 करोड़ खर्च कर दिये. हालांकि इन राजनीतिक दलों ने भारत निर्वाचन आयोग विधानसभा चुनाव के लिए चंदा उगाही का ब्यौरा सौंपा हैं.
इसमें बताया गया है कि उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए कुल 185.14 करोड़ की चंदा उगाही की है. इसका खुलासा गुरुवार को बिहार इलेक्शन वाच व एडीआर की रिपोर्ट में किया गया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए नौ राजनीतिक दलों द्वारा कुल 185.14 करोड़ रुपये की चंदा उगाही की गयी जिसमें सिर्फ 81.86 करोड़ ही खर्च किया गया.
एडीआर की रिपोर्ट में बताया गया है कि चुनाव खर्च का विवरण राजनीतिक दलों द्वारा केंद्रीय मुख्यालय और राज्य स्तर द्वारा किये गये खर्च को प्रचार, यात्रा खर्च, अन्य खर्च, उम्मीदवारों पर खर्च और उम्मीदवारों के आपराधिक पृष्ठभूमि को प्रकाशित करने पर किया गया. विधानसभा चुनाव में नौ राजनीतिक दलों ने अपने उम्मीदवारों पर 46.59 करोड़ खर्च किया गया तो यात्रा पर 37.32 करोड़, प्रचार पर 36.73 करोड़, अन्य खर्च के रूप में 5.50 करोड़ जबकि आपराधिक पृष्ठभूमि को प्रकाशित करने पर 3.899 करोड़ खर्च किया गया.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि राजनीतिक दलों द्वारा उम्मीदवारों पर सबसे अधिक 46.59 करोड (35.83 प्रतिशत) और यात्रा पर 37.32 करोड़ ( 28.70 प्रतिशत) खर्च घोषित किया गया है. राजनीतिक दलों ने बिहार राज्य इकाई से विज्ञापन, प्रचार सामग्री और जनसभा पर सबसे अधिक 30.308 करोड़ खर्च घोषित किया है. यह राज्य इकाई के खर्च का 82.52 प्रतिशत है. इन लोगों द्वारा मीडिया विज्ञापन पर 26.548 करोड़ खर्च दिखाया गया तो सार्वजनिक बैठक पर 6.149 करोड़ का खर्च दिखाया गया है. अपने चुनावी खर्च में नौ राजनीतिक दलों ने अपने स्टार प्रचारकों पर 36.621 करोड़ (98.12 प्रतिशत) खर्च किया तो पार्टी के अन्य नेताओं पर 70.30 लाख (1.88 प्रतिशत) खर्च किया.
बिहार विधानसभा चुनाव 2015 में बीजेपी ने अन्य दलों की तुलना में सर्वाधिक 51.66 करोड़ राशि संग्रह की थी जबकि 2020 के चुनाव में 35.83 करोड़ की आय घोषित की है. इसकी तुलना में 2020 विधानसभा चुनाव में जदयू ने 55.607 करोड, बसपा ने 44.581 करोड़ और कांग्रेस ने 44.536 करोड़ की धनराशि एकत्र की. बिहार विधानसभा चुनाव 2015 में सभी दलों ने कुल 150.99 करोड़ खर्च किया था जिसमें भाजपा ने 103.76 करोड़ खर्च करने की घोषणा की थी. 2015 के चुनाव में समाजवादी पार्टी ने 15.65 करोड़, जदयू ने 13.63 करोड़, कांग्रेस ने 9.88 करोड़ राशि खर्च की थी. विधानसभा चुनाव 2020 में भाजपा ने सर्वाधिक 54.721 करोड़, कांग्रेस ने 12.352ड़, जदयू ने 9.851 करोड़ और बसपा ने 4.794 करोड़ खर्च का ब्यौरा दिया है.
विधानसभा चुनाव 2020 में राजद, लोजपा, सीपीआइ, आरएलडी, रालोसपा, जेडीएस, जेएमएम और एनसीपी का चुनाव आयोग की वेबसाइट पर विवरण अपलोड नहीं हुआ है. बिहार चुनाव में राजद सबसे बड़ी पार्टी बनी थी.
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Posted by : Avinish Kumar Mishra