कोरोनाकाल में लॉकडाउन व कोविड गाइडलाइन्स जारी होने के बीच शिवहर की एक अनोखी शादी चर्चे में है. कोरोना महामारी व लॉकडाउन के कारण लड़के वालों ने बरात लेकर आने से मना कर दिया. इसके बाद दुल्हन बरात लेकर खुद दूल्हे के घर पहुंच गयी. सोमवार को दोनों विवाह बंधन में बंध गये. बताया जा रहा है कि धोबाही निवासी ललन साह के पुत्र सुनील कुमार की शादी सीतामढ़ी जिले के रीगा प्रखंड के महेशिया गांव निवासी दीनबंधु साह की पुत्री से तय हुई थी.
कोरोना महामारी व लॉकडाउन के भय से दुल्हन के यहां बरात ले जाने में लड़के वालों ने अपनी असमर्थता जतायी. लड़की पक्ष की तरफ से मिर्ज़ापुर धोबाही के उपमुखिया शिवनाथ गुप्ता ने कहा कि अगर आप लोग बरात लेकर लड़की के यहां नहीं जा सकते हैं, तो लड़की पक्ष के लोग आपके यहां आ जाएंगे. इस बात बन गयी.
सोमवार को दुल्हन ज्योति कुमारी महेशिया गांव से बरात लेकर मिर्जापुर धोबाही देर शाम पहुंची. बरातियों के स्वागत के लिए सारी व्यवस्था की गयी थी. दूल्हे का दरवाजा भी लगाया गया. हिंदू रीति रिवाज के साथ गांव के दूधेश्वर नाथ मंदिर में वर-वधू ने एक दूसरे को माला पहनाकर जयमाला की रस्म अदा की. फिर दोनों ने सात फेरे लेते हुए सात जन्मों तक साथ निभाने का एक दूसरे को वचन दिया. लड़के की बहन रेखा कुमारी ने बताया कि यह विवाह दहेज मुक्त था. बिहार में महामारी से डर से लड़के वालों के घर बारात लेकर पहुंची दूल्हन तथा News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें।
POSTED BY: Thakur Shaktilochan