देश भर में जारी COVID-19 महामारी के कारण सीबीएसई कक्षा 12 के छात्रों के लिए इस साल कोई परीक्षा नहीं होगी. पीएम मोदी ने कहा तमाम राज्यों और हितधारकों से मिले सुझावों एवं व्यापक विचार विमर्श के बाद मीटिंग में परीक्षा न कराने का फैसला लिया गया. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई मीटिंग में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल, धर्मेन्द्र प्रधान, निर्मला सीतारमण मौजूद थे. इससे पहले केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कोरोना वायरस महामारी फैलने के कारण 14 अप्रैल को 10वीं बोर्ड परीक्षा रद्द करने और 12वीं बोर्ड परीक्षा स्थगित करने की घोषणा की थी.
पीएम मोदी ने कही ये बात
पीएम मोदी ने कहा, ‘परीक्षा के आयोजन को लेकर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों में जो चिंता है, उसे निश्चित तौर पर खत्म होना चाहिए. सभी हितधारकों को विद्यार्थियों के प्रति संवेदनशीलता दिखानी चाहिए.’ बैठक में सीबीएसई के चेयरमैन ने भी भाग लिया. इस बैठक में प्रधानमंत्री को परीक्षा के आयोजित करने के सभी विकल्पों की जानकारी दी गई. हालांकि, बैठक के बाद इस नतीजे पर पहुंचा गया कि कोरोना काल में सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा आयोजित करना सही नहीं होगा.
पीएमओ की विज्ञप्ति में कहा गया है कि सीबीएसई अब कक्षा 12 के छात्रों के परिणामों को अच्छी तरह से परिभाषित उद्देश्य मानदंडों के अनुसार समयबद्ध तरीके से संकलित करने के लिए कदम उठाएगा. पिछले साल की तरह, यदि कुछ छात्र परीक्षा देने की इच्छा रखते हैं, तो स्थिति अनुकूल होने पर उन्हें ऐसा विकल्प प्रदान किया जाएगा.
मिलेगा परीक्षा देने का मौका
छात्रों के एक बड़े समूह ने परीक्षा रद्द करने की मांग की थी. ऐसे में सोशल मीडिया पर लगातार आवाजें उठाई जा रही थी. वहीं बहुत से लोग परीक्षा कराने के पक्ष में भी थे. सीबीएसई ने बताया कि पिछले साल की तरह, यदि कुछ छात्र परीक्षा देने की इच्छा रखते हैं, तो स्थिति अनुकूल होने पर सीबीएसई द्वारा उन्हें ऐसा विकल्प प्रदान किया जाएगा.
Posted By: Shaurya Punj