नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली से आगरा का सफर तय करना पहले से कहीं अधिक सुविधाजनक होने जा रहा है. इसका कारण यह है कि निजी क्षेत्र की कंपनी द्वारा बनाए गए यमुना एक्सप्रेसवे के टॉल प्लाजा पर 15 जून से फास्टैग की सुविधा शुरू कर दी जाएगी. इस मामले से जुड़ अधिकारियों ने कहा कि ग्रेटर नोएडा से लेकर आगरा तक के बीच में करीब 165 किलोमीटर की दूरी में पड़ने वाले तीन टॉल प्लाजा पर फास्टैग की सुविधा 15 जून से शुरू हो जाएगी. उन्होंने बताया कि यमुना एक्सप्रेसवे की दोनों तरफ फिलहाल दो-दो लेन फास्टैग वाहनों के लिए सुरक्षित कर दिया गया है.
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने इस साल की फरवरी में पूरे देश के नेशनल हाइवे पर ऑटोमैटिक तरीके से टोल कलेक्शन के लिए फास्टैग को अनिवार्य कर दिया था, लेकिन यमुना एक्सप्रेस-वे का निजी क्षेत्र के हाथों में होने की वजह से इस पर यह सुविधा उपलब्ध नहीं है. अब इस एक्सप्रेस-वे पर आगामी 15 जून से फास्टैग के जरिए टोल भुगतान किया जा सकेगा. हालांकि, नकद या डिजिटल तरीके से टोल पेमेंट की सुविधा भी चालू रहेगी.
यमुना एक्सप्रेस-वे के तीनों टोल प्लाजा पर शुरुआत में दो-दो लेन को फास्टैग के लिए आरक्षित किया गया है. यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के (वाईएआईडीए) सीईओ अरुण वीर सिंह ने कहा कि ग्रेटर नोएडा और आगरा के बीच 165 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे की बाकी लेन में नकद या डिजिटल तरीकों से टोल का भुगतान चालू रहेगा. फास्टैग की सुविधा शुरू होने से फास्टैग लगी गाड़ियों को टोल प्लाजा पर बिना रुके आगे जाने में मदद मिलेगी.
वाईएआईडीए के अनुसार, इस एक्सप्रेस-वे पर अभी तक जेपी इंफ्राटेक अपने टोल प्लाजा चला रही थी. अब एक्सप्रेस-वे की सब्सिडरी ने तीन टोल प्लाजा पर फास्टैग प्रणाली को लागू करने के लिए यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के साथ हाल ही में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं.
प्राधिकरण की तरफ से सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं. इस फैसले को लेकर यमुना प्राधिकरण के कार्यालय में कन्सोर्टियम बैंक और अथॉरिटी के बीच समझौते पर साइन किया जा चुका है. एनएचएआई के सभी हाईवे पर फास्टैग की सुविधा पहले से उपलब्ध है. यह फैसला हाईवे और एक्सप्रेस-वे पर जाम की परेशानी से बचने के लिए लिया गया है. फास्टैग की सुविधाा को अप्रैल के महीने में ही लागू किया जाना था लेकिन कोरोना वायरस के चलते इस प्रोजेक्ट में देरी हुई है.
आगरा से लखनऊ के लिए बनाए गए एक्स्प्रेस-वे पर पहले से फास्टैग की सुविधा उपलब्ध है. अब नोएडा से आगरा को जोड़ने वाले इस यमुना एक्सप्रेस-वे पर भी ये सुविधा शुरू होने से दिल्ली-एनसीआर से लखनऊ तक की नॉन-स्टॉप ड्राइव का मज़ा उठाया जा सकेगा. यमुना एक्सप्रेसवे की शुरुआत 2012 में हुई थी. हालांकि इसे बनाने का ऐलान 2001 में हुआ था. यमुना एक्सप्रेस-वे पर नोएडा से लेकर आगरा तक JP कंपनी टोल वसूलती है. JP के किसी भी टोल पर फास्टटैग की सुविधा उपलब्ध नहीं है.
Posted by : Vishwat Sen