पटना. एक जून से पटना एयरपोर्ट से 48 के बजाय केवल 30 जोड़ी विमान उड़ेंगे क्योंकि इसकी क्षमता पर लगी 80 फीसदी की अधिकतम सीमा (कैप) को बदल कर 50 फीसदी करने का निर्णय लिया गया है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय के निर्णय के अनुरूप अब पटना से 18 जोड़ी शेडयूल विमानों का परिचालन बंद हो जायेगा. नया शिड्यूल एक-दाे दिन में जारी हाे जाने की संभावना है.
हालांकि इसका व्यावहारिक परिचालन पर अधिक असर नहीं पड़ेगा क्योंकि यात्रियों की कमी के कारण पिछले एक महीने से हर दिन 10 से 15 जोड़ी फ्लाइटें रद्द रहती है और कभी कभी तो यह संख्या 20-25 जोड़ी या उससे भी अधिक हो जाती है.
कोरोना की दूसरी लहर के शांत पड़ने और उसके बाद परिचालन सामान्य होने के बाद जरूर इस कैपिंग का असर हवाई यात्रियों पर पड़ेगा और दिल्ली, मुंबई, काेलकाता, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु, अहमदाबाद जैसे व्यस्त रूट में विमानों की संख्या घटने से टिकटों की कीमत बढ़ेंगे.
पटना एयरपाेर्ट की क्षमता 60 जाेड़ी विमानाें के अाॅपरेट हाेने का है. पिछले साल लाॅकडाउन के बाद जब 25 मई से विमानाें का अाॅपरेशन शुरू हुअा ताे 33 फीसदी फ्लाइट शुरू हुए थे.
उसके बाद जैसे-जैसे काेराेना के संक्रमण में कमी अाती गई अाैर सामान्य कामकाज शुरू हुआ, विमानाें की संख्या बढ़ती चली गई. पिछले साल दिसंबर में यह 80 फीसदी तय किया गया और इस वर्ष लोग इसके पूरी तरह हटने की उम्मीद लगाये थे. लेकिन कोरोना की दूसरी लहर ने स्थिति को फिर से खराब कर दिया.
Posted by Ashish Jha