लोहरदगा : कोविड 19 महामारी से पूरा विश्व आक्रांत है. पूरा देश इस समय कोविड-19 की दूसरी लहर की चपेट में है. लोहरदगा जिला में भी इस समय कोविड-19 के संक्रमण के आंकड़े व मौत में वृद्धि हुई है. कोविड-19 से जिला को मुक्त करने व उसे मात देना हम सभी का कर्तव्य है. चूंकि बाहर से प्रवासी मजदूरों का आगमन हो रहा है. इस स्थिति में ग्रामीण स्तर पर भी कोविड-19 का प्रसार होने की बात से इनकार नहीं किया जा सकता है.
कोविड-19 की मारक क्षमता को कम करने के लिए एक सुनियोजित योजना से काम करना आवश्यक हो गया है. इसलिए सर्वप्रथम ग्राम स्तर पर तैनात कर्मियों जैसे आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, सहिया, पंचायत सचिव, जनसेवक मनरेगा कर्मी, राजस्व कर्मचारी, शिक्षक, जेएसएलपीएस के कर्मियों आदि के स्तर से आंकड़े संग्रह करने का काम चल रहा है.
ऐसी स्थिति में कोविड चेन ब्रेक अभियान के तहत दो कार्यक्रम साथ साथ चलाये जाने का निर्णय लिया गया है. जिला स्तरीय नोडल पदाधिकारी, सिविल सर्जन, लोहरदगा व सभी नोडल पदाधिकारी व प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, सभी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारियों के साथ विस्तृत समीक्षा बैठक की. बैठक में सभी पदाधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया कि यह टीकाकरण अभियान में और अधिक गति लाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठायें. ग्रामीणों को जागरूक व प्रेरित करें.
वैसे कोई भी व्यक्ति या झोला छाप डॉक्टर जो ग्रामीणों को गुमराह कर रहे हैं, उनके विरुद्ध विधि-सम्मत कार्रवाई के लिए गोपनीय प्रस्ताव भी समर्पित करें. बीडीओ, सीओ व बाल विकास परियोजना पदाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि अपने अधीनस्थ पदाधिकारी, कर्मियों को प्रत्येक गांव से 18 वर्ष व 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग 10-10 व्यक्तियों को प्रेरित करते हुए टीकाकरण के लिए टीकाकरण केंद्र लाकर टीकाकरण कराना सुनिश्चित करें.
इस बीच चूंकि बाहर के प्रदेशों से बहुत से प्रवासी मजदूर लोहरदगा जिले में वापस लौट रहे हैं. प्रखंड विकास पदाधिकारी ग्राम स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने के लिए मनरेगा कार्यक्रम के तहत कम से कम पांच-पांच योजना का चयन कर शुरू कराने का कार्य करेंगे, ताकि प्रवासी मजदूरों को रोजगार मिल सके. जिला आपूर्ति पदाधिकारी,
प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी कार्डधारी, लाभुकों को सरकार द्वारा आवंटित अनाज का वितरण हो जाये, ताकि मजदूरों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न न होने पाये. कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल, लोहरदगा व विभिन्न पंचायत में प्रतिनियुक्त कर्मी व सहयोगियों के सहयोग से अभियान के कम में खराब चापाकलों का भी सर्वे करा कर उसकी सूची तैयार कराना सुनिश्चित करेंगे. इस कार्य के लिए पदाधिकारी व कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है.
प्रतिनियुक्त पदाधिकारी सुविधा के अनुसार अपने में पदस्पर समन्वय करते हुए टोला, मुहल्लों का चयन व भ्रमण करते हुए कोविड-19 का जांच व टीकाकरण कराना सुनिश्चित करेंगे. इस क्रम में यह ध्यान रहना चाहिए कि उस क्षेत्र का कोई गांव, टोला न छूटे. सभी पदाधिकारी, कर्मी कोविड-19 से संबंधित निर्धारित प्रोटोकाॅल तथा सामाजिक दूरी का अनुपालन, मास्क का प्रयोग व सैनिटाइजर का प्रयोग करेंगे. ग्रामीण क्षेत्रों में फैले हुए अफवाहों का सख्ती से खंडन करेंगे व ग्रामीणों को विश्वास दिलायेंगे कि सरकार द्वारा जांच व टीकाकरण आपके जान-माल की सुरक्षा व रक्षा के लिए की गयी है.
किसी भी प्रकार की संदेह की स्थिति में उपायुक्त से अविलंब संपर्क स्थापित करते हुए शंका का समाधान करेंगे. अभियान में कोविड जांच व टीकाकरण दोनों कार्यक्रम चलना है. इसके लिए सभी पंचायतों को मिला कर कुल 35 जिलास्तरीय पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. सीरम मध्य विद्यालय, बरियातू मध्य विद्यालय, मक्का बाजारटांड़ में, मुरमू स्वास्थ्य उपकेंद्र में चार-चार चिकित्सा कर्मी प्रतिनियुक्त किये गये हैं. साथ ही एक प्रभारी अंचल निरीक्षक, राजस्व उप निरीक्षक, जन सेवक व एक रोजगार सेवक भी प्रतिनियुक्त किये गये हैं.