नयी दिल्ली : पंजाब नेशनल बैंक घोटाला मामले में आरोपित हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को एंटीगुआ से क्यूबा भागने की फिराक में गैरकानूनी तरीके से डोमिनिका में प्रवेश करने के आरोप में पुलिस ने पकड़ लिया. मामले में एंटीगुआ और बारबुडा की रॉयल पुलिस ने अपहरण किये जाने की संभावना से इनकार किया है.
डोमिनिका में मेहुल चोकसी को पकड़े जाने के बाद डोमिनिका की अदालत में शुक्रवार को सुनवाई हुई, हालांकि उसे कोर्ट में पेश नहीं किया गया. वहीं, डोमिनिका सरकार के मुताबिक मेहुल चोकसी को पहले एंटीगुआ भेजा जायेगा. जबकि, डोमिनिका की अदालत ने कहा है कि अगली सुनवाई तक मेहुल चोकसी को कहीं नहीं भेजा जायेगा. इस दौरान उसे पांच दिनों के लिए कोरेंटिन सेंटर भेजे जाने की संभावना जतायी गयी है.
एंटीगुआ और बारबुडा की रॉयल पुलिस ने मेहुल चोकसी का अपहरण किये जाने की संभावना से इनकार किया है. एंटीगुआ और बारबुडा की रॉयल पुलिस बल के पुलिस आयुक्त एटली रॉडने ने कहा कि हमारे पास कोई सूचना या संकेत नहीं है कि मेहुल चोकसी को जबरन एंटीगुआ से ले जाया गया था.
साथ ही कहा कि मेहुल चोकसी के वकील की बात हम सुन रहे हैं. डोमिनिका पुलिस इस बात की पुष्टि नहीं कर रही है. एंटीगुआ से डोमिनिका या जहां भी वे गये, उसमें हमारी कोई भागीदारी नहीं है. पूरे घटनाक्रम पर त्रिनिदाद एंड टोबैगो में भारतीय उच्चायुक्त अरुण कुमार साहू कड़ी नजर रख रहे हैं.
डोमिनिका के राष्ट्रीय सुरक्षा और गृह मंत्रालय के मुताबिक, एंटीगुआ से लापता हुआ मेहुल चोकसी बुधवार को डोमिनिका में सामने आया. उसे एंटीगुआ और बारबुडा भेजा जा सकता है. इधर, भारत में मेहुल चोकसी के अधिवक्ता विजय अग्रवाल ने कहा है कि उन्होंने अपने मुवक्किल से बात की थी.
अधिवक्ता विजय अग्रवाल के मुताबिक, मेहुल चोकसी ने उन्हें बताया था कि सोमवार से पुलिस थाने में रखा गया है. साथ ही कहा कि कुछ गड़बड़ है. मुझे लगता है उसे दूसरे देश में ले जाने की रणनीति थी, ताकि उसे भारत वापस भेजने की संभावना हो. मुझे पता नहीं कि कौन-सी ताकतें काम कर रही हैं, यत तो समय ही बतायेगा.