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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकते हैं
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एसके शर्मा को प्रदेश का उपमुख्यमंत्री बनाये जाने की चर्चा जोरों पर है
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शाम 7 बजे गवर्नर से मिलेंगे सीएम योगी, मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कयास शुरू
Yogi Cabinet Reshuffle : कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के बीच हाल ही में संपन्न हुए पंचायत चुनाव (Panchayat Chunav) में भाजपा (BJP) के प्रदर्शन को देखते हुए सूबे की योगी सरकार (Yogi Government) और प्रदेश भाजपा में बड़े फ़ेरबदल (Yogi Cabinet Vistar) की अटकलें लगाई जा रही हैं. इन अटकलों को अब और बल मिल गया जब ये खबर आई कि आज शाम सीएम योगी गवर्नर से मुलाकात करेंगे.
खबरों की मानें तो नौकरशाह से राजनेता बने और पीएम नरेंद्र मोदी के करीबी अरविंद कुमार शर्मा यानी एके शर्मा को उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है. यही नहीं जिन जिलों में पार्टी ने पंचायत चुनाव में ख़राब प्रदर्शन किया और कोरोना महामारी में उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे…वैसे मंत्रियों पर गाज गिर सकती है.
यहां चर्चा कर दें कि दिल्ली में भाजपा और संघ के सरकार्यवाहक दत्तात्रेय होसबोले, केंद्रीय नेतृत्व और उत्तर प्रदेश के संगठन महामंत्री की अहम बैठक पिछले दिनों हुई. इस बैठक के बाद से ही उत्तर प्रदेश कैबिनेट में फेरबदल के कयास लगाये जा रहे हैं.
अचानक लखनऊ पहुंचीं राज्यपाल : उत्तर प्रदेश की राज्यपाल मध्य प्रदेश के सभी कार्यक्रम रद्द कर अचानक लखनऊ पहुंच गईं हैं. इससे मंत्रिमंडल विस्तार के कयास और तेज हो चले हैं.
एके शर्मा का नाम जोरों पर : इधर पीएम मोदी के करीबी माने जाने वाले एके शर्मा को प्रदेश का उपमुख्यमंत्री बनाये जाने की चर्चा जोरों पर है. यहां चर्चा कर दें कि पूर्वांचल और बनारस में एसके शर्मा के कोरोना संक्रमण से निबटने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद तारीफकर चुके हैं. यही वजह है कि एसके शर्मा के उपमुख्यमंत्री बनाये जाने के कयास लोग लगा रहे हैं.सूत्रों की मानें तो इस बैठक में प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी चर्चा हुई. अब प्रदेश में दो उपमुख्यमंत्री रहते हैं या इनमे से एक को हटाया जाता है ये देखने वाली बात है. कुछ लोग ये बता रहे हैं कि सूबे में तीन उपमुख्यमंत्री हो सकते हैं. वहीं इस कैबिनेट विस्तार में पांच नये चेहरे नजर आ सकते हैं और सात हटाये जा सकते हैं.
पीएम मोदी ने की थी तारीफ : पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कोरोना महामारी के इस दौर में काशी ने जिस तरीके से न केवल वाराणसी बल्कि पूर्वांचल और बिहार के जिलों के लोगों की सेवा की, उसे केवल प्रदेश नहीं, बल्कि पूरे देश में रोल मॉडल के रूप में देखा जा रहा है. इसकी सराहना भी सुनने को मिल रही है. आईसीयू में बेड बढ़ाने की बात हो या ऑक्सीजन का संकट दूर करने या फिर कम समय में 750 बेड का डीआरडीओ अस्पताल तैयार कराया जाना यह अपने आप में एक अनूठी मिसाल है.
Posted By : Amitabh Kumar