Cyclone Yaas Latest Updates : बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान यास ने भारी तबाही मचाने का काम किया है. यास के तांडव से सैकड़ों तटीय गांवों में पानी भर चुका है. यही नहीं लाखों घर उजड़ भी गये हैं. इससे पश्चिम बंगाल में तीन और ओडिशा में एक व्यक्ति की जान गई है. केवल बंगाल में ही यास से एक करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं. लगातार बारिश से ओडिशा-बंगाल के कई जिले जलमग्न हो चुके हैं और नदियों का जलस्तर बढ़ गया. कई तटबंध टूट गए हैं. यास से जुड़ी दस बड़ी बातें जानें…
1. चक्रवाती तूफान ‘यास’ (Cyclone Yaas) बुधवार रात 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं और भारी बारिश के साथ झारखंड की सीमा में पहुंचा.
2. झारखंड में लगातार बारिश जारी है. दोपहर तक तूफान के चलते कोल्हान इलाके में 90 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की आशंका है.
3. पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफ़ान ‘यास’ को लेकर प्रशासन सतर्क है. सूबे के नयाचारा में क़रीब सौ लोगों को एयर कुशन व्हीकल के ज़रिए बचाया गया.
4. ओडिशा के केन्द्रापाड़ा में चक्रवाती तूफ़ान यास की तेज़ हवाओं के चलते बहुत सारे पेड़ जड़ से उखड़ चुके हैं. फ़ायर सर्विस विभाग की टीम ने मनिकुनाबा में सड़कों को साफ़ कराने का काम किया है. चक्रवाती तूफ़ान की वजह से अभी भी कई इलाक़ों में जन-जीवन अस्त-व्यस्त नजर आ रहा है.
5. पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर में आठ गांवों में पानी भर चुका है. ग्रामीणों दूसरी जगह अपना ठिकाना ले गये हैं. गांव में लगातार बारिश हो रही है, जिससे ये सारे गांव जलमग्न नजर आ रहे हैं.
6. ओडिशा के बालासोर और भद्रक जिलों में 128 गांवों में पानी भर चुका है जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इन गांवों के लिए सात दिनों तक राहत पहुंचाने का ऐलान किया है.
7. ओडिशा के संवेदनशील क्षेत्रों से 6.5 लाख लोगों को सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाया गया है और पश्चिम बंगाल में 15 लाख लोगों को शरणस्थलों पर पहुंचाया गया है.
8. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मानें तो राज्य में चक्रवात से एक करोड़ लोग प्रभावित हुए है. उन्होंने कहाहै कि ‘लगभग पूरे पश्चिम बंगाल में पानी भर गया है. कई तटबंध टूट चुके हैं और समुद्र का पानी दक्षिण 24 परगना के सागर एवं गोसाबा जैसे क्षेत्रों और पूर्व मिदनापुर के मंदारमणि, दीघा और शंकरपुर जैसे तटीय क्षेत्रों में प्रवेश कर गया है.
9. चक्रवात को देखते हुए झारखंड में लोगों को अगले चौबीस घंटे घरों में ही रहने को कहा गया है और कोल्हान प्रमंडल के पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला, पश्चिमी सिंहभूम, बोकारो के अलावा खूंटी एवं पश्चिमी सिंहभूम जिलों में निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम प्रशासन की ओर से जारी है.
10. भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) के तीन जहाज चक्रवात यास के तांडव के बाद “स्थिति का आकलन” करने के लिए पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों पर पहुंच रहे हैं.
Posted By : Amitabh Kumar