हरियाणा के 84 वर्षीय मोहब्बत सिंह भारत के पहले ऐसे शख्स बन गये हैं जिन्हें कोरोना की दवा काॅकटेल दी गयी है. यह दवा पिछले साल से तब चर्चा में आयी थी जब इसे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को दिया गया था, जब वे कोरोना पाॅजिटिव पाये गये थे.
हरियाणा के मोहब्बत सिंह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भरती हैं जहां उन्हें मंगलवार को लगभग 30 मिनट तक नसों के जरिये यह काॅकटेल दवा दी गयी. इस काॅकटेल में दो एंटीबाॅडीज है कैसिरिविमैब (casirivimab) और इम्डिविमैब (imdevimab). इस दवाई का इस्तेमाल वैसे लोगों पर किया जाता है जिनमें माइल्ड और माॅडरेट कोरोना के लक्षण हों उनकी उम्र ज्यादा हो और वे किसी बीमारी से भी पीड़ित हों. ऐेसे व्यक्तियों पर इस काॅकटेल का इस्तेमाल किये जाने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाने की जरूरत नहीं पड़ी .
स्विट्जरलैंड की दवा कंपनी रोश (Roche) का ये एंटीबॉडी कॉकटेल सोमवार को भारत आ चुका है यह भारत में सिप्ला कंपनी के साथ काम करेगा. डाॅ नरेश त्रेहान ने बताया कि इस काॅकटेल को जब एक मरीज के शरीर में डाला जाता है तो वह वायरस को अपनी संख्या बढ़ाने से रोक देता है. परिणाम यह होता है कि वायरस सीमित हो जाता है और यह अपनी संख्या नहीं बढ़ा पाता है.
डॉ नरेश त्रेहान ने कहा कि इसका उपयोग अमेरिका और यूरोप में बड़े पैमाने पर किया गया है. इससे पता चलता है कि संक्रमण के पहले सात दिनों में दिये जाने पर, 70 से 80 फीसदी लोगों को अस्पताल में भरती होने की जरूरत नहीं होगी.
Posted By : Rajneesh Anand