नयी दिल्ली : प्रारंभिक चरण के कोरोना संक्रमित मरीज में कासिरीविमैब और इम्देवीमैब को इंजेक्ट किये जाने पर यह वायरस को मरीज की कोशिकाओं में प्रवेश से रोकता है. यह नया हथियार है. यह कोरोना मरीजों के खिलाफ काम कर रहा है. कोरोना वायरस के B.1.617 वेरिएंट के खिलाफ भी प्रभावी है. कोविड-19 एंटीबॉडी कॉकटेल के बारे में बात करते हुए मेदांता के चेयरमैन डॉ नरेश त्रेहन ने बुधवार को उक्त बातें कहीं.
When Casirivimab & Imdevimab are injected into infected patient in early stage it blocks virus from entering cells of patient. It is working against #COVID19 & also effective against B.1.617. This is a new weapon: Dr Naresh Trehan, Chairman, Medanta on COVID antibody cocktail pic.twitter.com/YqolNJZU5t
— ANI (@ANI) May 26, 2021
उन्होंने बताया कि 82 वर्षीय मरीज को सबसे पहले यह इंजेक्शन मंगलवार को लगाया गया था, जो कई बीमारियों से पीड़ित थे. उसके बाद मरीज घर चला गया. हम उसका अनुसरण कर रहे हैं. वायरस गुणन विशेष रूप से उन लोगों में कम होता है, जिनके पास उच्च वायरस लोड होता है और उनमें भी जो गंभीर संक्रमण के उच्च जोखिम में होते हैं.
डॉ नरेश त्रेहान ने कहा कि इसका उपयोग अमेरिका और यूरोप में बड़े पैमाने पर किया गया है. इससे पता चलता है कि संक्रमण के पहले सात दिनों में दिये जाने पर, 70 से 80 फीसदी लोग जो इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं, उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं होगी.
मेदांता के चेयरमैन त्रेहान ने कहा कि भारत वैक्सीन निर्माण का हब है. पहले से ही प्रति माह 7-8 करोड़ खुराक उपलब्ध हैं. लेकिन, इसे बढ़ाने की जरूरत है. क्योंकि, हमारी आबादी बहुत बड़ी है. इससे पहले कि हम कह सकें कि हम समूह प्रतिरक्षा तक पहुंच चुके हैं. इसके लिए 60-70 करोड़ लोगों को वैक्सीन की जरूरत है.
डॉ त्रेहन ने कहा कि यूके में आप दो खुराक के अंतराल को 12 सप्ताह तक बढ़ा सकते हैं और भारत ने भी इसे अपनाया. लेकिन, अब यूके में यह पता चला है कि नये B.1.617 म्यूटेशन की एक खुराक पर्याप्त नहीं है. अब उन्होंने समय को घटा कर आठ सप्ताह कर दिया है.
यदि आप बी/डब्ल्यू-2 खुराक के संपर्क में हैं, तो पूर्ण प्रतिरक्षा प्राप्त करने के लिए इसे लगभग छह सप्ताह, अधिकतम आठ सप्ताह करना बेहतर है. कई नये वैक्सीन आ रहे हैं और हम उम्मीद कर रहे हैं कि जुलाई-अगस्त तक कोई कमी नहीं होगी. दिसंबर से पहले साल के अंत तक हम दोनों खुराक के साथ 60 करोड़ लोगों को वैक्सीनेट करने में सक्षम होना चाहिए.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.