नई दिल्ली : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के नए चीफ की नियुक्ति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सोमवार को तीन सदस्यीय समिति ने करीब 2 घंटे तक चर्चा की, जिसमें भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना भी शामिल हुए. सीबीआई निदेशक कौन होगा? फिलहाल, इस पर अभी फैसला नहीं किया गया है, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 1984 बैच के तीन लोगों में राकेश अस्थाना को इस दौड़ में सबसे आगे हैं. इसका कारण यह है कि सोमवार को पीएम आवास पर हुई बैठक में 1984 बैच के तीन आईपीएस अफसरों के नाम पर काफी देर तक चर्चा होती रही.
बता दें कि सीबीआई के अपर निदेशक और गुजरात कैडर के आईपीएस प्रवीण सिन्हा इन दिनों सीबीआई का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे हैं. 2020 की फरवरी में तब के सीबीआई प्रमुख आलोक वर्मा और डिप्टी चीफ राकेश अस्थाना के बीच विवाद के बाद से यह पद खाली है. नये सीबीआई निदेशक की नियुक्ति को लेकर सोमवार को शाम 6.30 बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में प्रधानमंत्री आवास पर बैठक हुई. बैठक में समिति के सदस्य सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी मौजूद रहे है.
बैठक के दौरान 1984 बैच के तीन आईपीएस अफसरों के नाम पर चर्चा हुई. शाम करीब 7.30 बजे तक चली बैठक में सीबीआई के पूर्व डिप्टी चीफ और बीएसएफ के मौजूदा डीजी राकेश अस्थाना, एसएस देसवाल और वाईसी मोदी के नाम पर चर्चा हुई. तीनों अधिकारी सीबीआई में काम कर चुके हैं. सूत्रों की ओर से मिल रही जानकारी के अनुसार, सीबीआई चीफ की नियुक्ति के लिए गठित पैनल की ओर से भेजे गए के नाम में राकेश अस्थाना सबसे आगे चल रहे हैं.
हालांकि सीबीआई चीफ की दौड़ में सीबीआई चीफ का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे 1988 बैच के आईपीएस अफसर और सीबीआई के एडिशनल डायरेक्टर प्रवीण सिन्हा, सीमा सुरक्षा बल के गुजरात कैडर के महानिदेशक और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के हरियाणा कैडर के महानिदेशक एसएस देसवाल, केरल के डीजीपी लोकनाथ बेहरा, गुजरात एसीबी प्रमुख केशव कुमार, उत्तर प्रदेश के जीडीपी और 1985 बैच के आईपीएस अफसर एचसी अवस्थी, सशस्त्र सीमा बल के महानिदेशक केआर चंद्रा और गृह मंत्रालय में खुफिया विभाग के विशेष सचिव वीएसके कौमुदी भी शामिल हैं.
सीबीआई चीफ का चयन सेलेक्शन कमेटी की ओर से तय किया जाता है, जिसमें प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और नेता विपक्ष शामिल होते हैं. सीबीआई चीफ चुने जाने की प्रक्रिया की शुरुआत गृह मंत्रालय से होती है. इसी मंत्रालय की ओर से आईपीएस अधिकारियों की एक लिस्ट बनाई जाती है. इसमें उनके अनुभव और वरिष्ठता का ध्यान रखा जाता है. ऐसे अधिकारियों की लिस्ट तैयार होने के बाद उसे कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग को भेज दिया जाता है.
Posted by : Vishwat Sen