पटना. इसी हफ्ते अरब सागर में आये ताउते तूफान के बाद बिहार पर अब सुपर सायक्लोन यास की मार पड़ने जा रही है़ यास का असर ताउते की तुलना में ज्यादा होगा़ 25 मई की देर शाम से पूरे प्रदेश में बारिश और आंधी के आसार हैं. साथ ही बज्रपात की आशंका है़ इसका सबसे ज्यादा असर उत्तर पूर्वी बिहार पर पड़ने की आशंका है़
मौसम विभाग ने पूरे प्रदेश के लिए अलर्ट जारी किया है़ जानकारी के मुताबिक मध्य पूर्व बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब का क्षेत्र सोमवार को तक डीप डिप्रेशन अर्थात सुपर सायक्लोन में तब्दील हो सकता है़ यास के नाम से संभावित यह तूफान के असर से तेज हवाओं के साथ बादल बिहार में प्रवेश कर जायेंगे़ इसकी वजह से प्रदेश का पारा 5 से 7 डिग्री तक गिर सकता है़
आइएमडी पटना के मुताबिक इस तूफान के असर के चलते बिहार में आंधी और पानी तेज गति से होगा़ ऐसी स्थिति में बिहार के लोगों को 26 मई से अलर्ट रहना होगा़ पिछले साल 2020 में 21 मई को ही बंगाल की खाड़ी से बेहद खतरनाक तूफान अंफान आया था़ जिसने बिहार के मौसम को बुरी तरह प्रभावित किया था़
इसी तरह 2019 में मई माह में ही बंगाल की खाड़ी में ही आये फणि , 2015 में और उससे पहले 2014 में हुदहुद नाम के तूफान ने भी बिहार को बुरी तरह प्रभावित किया था. इसके अलावा अरब सागर से भी कई तूफान आये हैं, हालांकि बंगाल की खाड़ी से तुलनात्मक रूप में कम प्रभावित किया है़
दरअसल बंगाल की खाड़ी में आने वाले तूफानों का असर अक्सर बिहार पर होता है़ इसके पीछे कुछ खास वजहें भी होती हैं. बंगाल की खाड़ी से लेकर बिहार तक अधिकतर इलाका समतल भूमि वाला है़ इसके चलते बंगाल की खाड़ी से आगे बढ़ने वाले तूफान मुड़ नहीं पाते. जबकि देखा गया है कि पश्चिमी तटों पर आने वाले तूफान की दिशा अक्सर बदल जाती है.
Posted by Ashish Jha