नयी दिल्ली : दिल्ली सरकार ने 18 से 44 वर्ष की आयु के लोगों के लिए प्रदेश में चल रहे वैक्सीनेशन अभियान को वैक्सीन की कमी बताते हुए बंद कर दिया गया है. साथ ही केंद्र सरकार से दिल्ली को कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने की अपील की. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उक्त बातें कहीं. साथ ही उन्होंने कोविड-19 वैक्सीन की स्थिति पर प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है.
His letter further reads, 'Delhi received only 16 lakh vaccines in May and we have been told that we will receive only 8 lakh vaccines in June. If this is the pace then it will take 30 months to vaccinate just the adults'#COVID19
— ANI (@ANI) May 22, 2021
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि कोरोना के खिलाफ वैक्सीन ही सबसे बड़ा हथियार है. केंद्र सरकार से अपील है कि दिल्ली को वैक्सीन उपलब्ध कराएं. साथ ही कहा कि आज से दिल्ली में युवाओं का वैक्सीनेशन बंद हो गया है. केंद्र सरकार ने युवाओं के लिए जितने वैक्सीन भेजे थे, सभी खत्म हो गये हैं. कुछ डोज बचे हुए हैं, जो आज शाम तक खत्म हो जायेंगे.
उन्होंने केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा है कि तुरंत दिल्ली को वैक्सीन उपलब्ध कराएं, जिससे युवाओं को वैक्सीन दी जाये. उन्होंने कहा कि आज वैक्सीन की कमी की वजह से देश में बेहद मुश्किल हालात हो गये हैं. अगर देश में किसी परिवार के सामने ये धर्मसंकट खड़ा हो जाये कि वो खुद वैक्सीन ले या अपने परिवार के युवाओं के लिए छोड़ दें, तो इससे ज्यादा दुखद कुछ नहीं हो सकता.
मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली को प्रतिमाह कुल 80 लाख वैक्सीन की जरूरत है. इसके बावजूद मई माह में दिल्ली को मात्र 16 लाख वैक्सीन ही मिल सकी. जून में भी केंद्र सरकार ने दिल्ली के कोटे को घटा कर आठ लाख कर दिया है. दिल्ली के सभी युवाओं को वैक्सीन देने के लिए अब भी करीब ढाई करोड़ वैक्सीन की जरूरत पड़ेगी. मालूम हो कि दिल्ली में अब तक 50 लाख लोगों को ही वैक्सीन दी जा सकी है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र की ओर से मिल रही वैक्सीन की रफ्तार ऐसी है कि दिल्ली के सभी युवाओं को वैक्सीन देने में करीब ढाई साल लग जायेंगे. अभी कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की बात कही जा रही है. ऐसे में कितने लोग मौत के मुंह में जा सकते हैं. दिल्ली में अस्पताल, बेड, आईसीयू और वेंटिलेटर जैसी मेडिकल सुविधाओं पर काम हो रहा है. लेकिन, कोरोना संक्रमण के घातक परिणाम से बचने के लिए वैक्सीनेशन ही सबसे कारगर और असरदार हथियार है.
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कोवैक्सीन बनानेवाली भारतीय बायोटेक कंपनी का फॉर्मूला दूसरी कंपनियों को उपलब्ध करा कर युद्धस्तर वैक्सीन का उत्पादन शुरू कराया जाये.
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विदेश से कोरोना वैक्सीन भारत लाने और इस्तेमाल करने की अनुमति दी जाये. इसके लिए विदेशी वैक्सीन निर्माताओं से केंद्र स्वयं बात करे. राज्य सरकारों पर ना छोड़े.
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जिन राज्यों में जनसंख्या के मुकाबले अधिक वैक्सीन हैं, उसे दूसरे राज्यों को उपलब्ध कराया जाये.
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विदेशी वैक्सीन की कंपनियों को भारत में भी उत्पादन की अनुमति दी जाये.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.