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बिहार के जिलों से आने लगी राहत की खबर, जानिये किस जिले में नहीं मिले एक भी नये कोरोना मरीज, सबसे अधिक रहा रिकवरी रेट…

कोरोना के दूसरे लहर से जूझ रहे बिहार में अब राहत की खबर जिलों से आनी शुरु हो गई है. लॉकडाउन के बाद जहां सूबे में कोरोना संक्रमण का दर घटा है वहीं कैमूर जिले में पिछले 24 घंटे के अंदर एक भी नए कोरोना मरीज नहीं पाए गए. 25 अप्रैल को 142 नए मरीजों के आंकड़े के साथ कोरोना की जंग से लड़ रहा कैमूर जिले में पिछले 24 घंटे का आंकड़ा बड़ा राहत देने वाला है. बिहार स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को जब कोरोना संक्रमित मरीजों के जिलेवार आंकड़ा को सामने रखा उसमें कैमूर जिला को शामिल नहीं किया गया था.

कोरोना के दूसरे लहर से जूझ रहे बिहार में अब राहत की खबर जिलों से आनी शुरु हो गई है. लॉकडाउन के बाद जहां सूबे में कोरोना संक्रमण का दर घटा है वहीं कैमूर जिले में पिछले 24 घंटे के अंदर एक भी नए कोरोना मरीज नहीं पाए गए. 25 अप्रैल को 142 नए मरीजों के आंकड़े के साथ कोरोना की जंग से लड़ रहा कैमूर जिले में पिछले 24 घंटे का आंकड़ा बड़ा राहत देने वाला है. बिहार स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को जब कोरोना संक्रमित मरीजों के जिलेवार आंकड़ा को सामने रखा उसमें कैमूर जिला को शामिल नहीं किया गया था.

कैमूर जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. पिछले तीन दिनों से कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से कम हो रहे हैं.बुधवार को भी 2797 जांच में तीन और मंगलवार को 2012 कोविड जांच में महज 11 संक्रमित मरीज मिले थे. जबकि, एक माह पहले 21 अप्रैल को 78 मरीज पाये गये थे. जबकि, 22 अप्रैल को 118 और इस एक महीने में सबसे अधिक मरीज 25 अप्रैल को मिले थे. जब संक्रमित मरीजों की संख्या 142 पहुंच गयी थी. पिछले एक महीने की बात करें तो अब तक 21 अप्रैल से 20 मई तक 1580 मरीज मिले है, जिनमें से मात्र 75 मरीज जिले में एक्टिव रह गये है. पॉजिटिविटी रेट भी जिले की 96.99% पर पहुंच गयी है, जो पूरे बिहार प्रदेश में सबसे ऊपर है.

इधर, कोरोना महामारी की दूसरी लहर की बात करें, तो जिले में 20 मई तक 4191 मरीज मिले थे. इनमें 4065 लोग ठीक हो गये और लगभग 76 लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ा है. मरीजों की संख्या कम होने से जिले का प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग राहत महसूस कर रहा है. कोरोना के घटते मामलों पर सदर अस्पताल के डीएस और कोरोना में सक्रिय भूमिका निभाते आ रहे डीएस डॉ विनोद कुमार सिंह का कहना था कि जिले के लोग अगर इसी प्रकार कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए घरों में रहेंगे तो मरीजों की संख्या घटी रहेगी.

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डॉ सिंह ने कहा कि लोग अन्यथा बाहर निकलेंगे तो कोरोना वायरस एक-दूसरे के संपर्क में आने से तेजी से बढ़ेगा.इसलिए जब तक इस महामारी पर पर्याप्त रूप से काबू नहीं पाया जाता, तब तक लोग घरों के अंदर ही रहें अन्यथा कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीजों की संख्या निकलती रहेगी. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह अपना पंजीकरण करा कर कोरोना वैक्सीन भी निकट के केंद्र पर जाकर लगवा लें. वैक्सीनेशन ही कोरोना का फिलहाल एकमात्र बचाव का उपाय है.

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

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