देश में ताऊ ते तूफान के बाद एक और तूफान बंगाल की खाड़ी से निकलने की तैयारी में है. इस बीच सबसे ज्यादा चिंता है मानसून की तो आपको बता दें कि मानसून अपनी तय समय पर आ रहा है और इस साल अच्छी बारिश की भी संभावना जाहिर की गयी है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने जानकारी दी है कि ताऊ ते तूफान का असर मानसून पर नहीं पड़ेगा. इसका सबसे बड़ा कारण है कि मानसून और आये तूफान के बीच दो सप्ताह का अंतराल है जो इसे नुकसान नहीं पहुंचा रहा है.
Also Read: AIIMS New Gudielines : ब्लैक फंगस को कैसे पहचाने ? क्या करें और क्या ना करें
अब अनुमान है कि मानसून 31 मई को ही केरल पहुंच जायेगा. इस तूफान से मानसून की रफ्तार पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. अगर यह तूफान मई के अंतिम सप्ताह में आता तो असर पड़ता. अब नया साइक्लोन बंगाल की खाड़ी से आ रहा है, जिसका नाम यास है.
मौसम विभाग के मुताबिक, ये अगले हफ्ते दस्तक दे सकता है जिससे बंगाल, ओडिशा में हालात पर असर पड़ेगा. अगले 48 घंटों में इन इलाकों में तेज बारिश होने की संभावना जाहिर की गयी है. मौसम विभाग ने अगर यह तूफान मजबूत हुआ तो ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में 25 मई की शाम से भारी बारिश हो सकती है.
Also Read: क्या है वाराणसी मॉडल जिसकी पीएम मोदी ने गुजरात दौरे में तारीफ की
इस वक्त पश्चिमी हवाएं चल रही हैं, उन्हें मानसून के पक्ष में दक्षिणी पूर्वी हवाओं में पुनर्सगठित होने के लिए करीब 10 दिन का समय मिल रहा है. यह समय काफी है. इस साल मानसून की बारिश सामान्य से अच्छी होने की संभावना जाहिर की गयी है देश में 75 फीसद बारिश दक्षिण पश्चिम मानसून के कारण होती है. इस बार बारिश 98 फीसद होने की संभावना है.