बिहार में लॉकडाउन में भी अपराधियों का तांडव जारी है. पिछले सात दिनों में हथियारबंद अपराधियों ने राज्य के विभिन्न इलाकों में बैंक लूट की घटना को अंजाम दिया है. 12 मई को अपराधियों ने छपरा के एक फाइनेंस बैंक से 11 लाख रूपये की लूट की घटना का अंजाम दिया था. वहीं कल मुजफ्फरपुर में दिनदहाड़े अपराधियों ने कैश वैन से 88 लाख रूपये लूटने की कोशिश की, हालांकि गार्ड की तत्परता की वजह से अपराधी अपने मंसूबों में नाकाम रहे.
जानकारी के अनुसार राज्य में पिछले सात दिनों में चार बड़ी लूट की घटना से हड़कंप मचा हुआ है. आज समस्तीपुर में दिन दहाड़े अपराधियों ने एसबीआई में लूट की वारदात को अंजाम दिया है. बाइक सवार अपराधियों ने बैंक से सात लाख रुपये लूटकर फरार हो गये. वहीं एक सीएसपी संचालक से भी लूट की कोशिश हुई है. राज्य में लॉकडाउन के दौरान लगातार लूट की वारदात हो रही है.
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12 मई को हथियारबंद अपराधी छपरा के यूनि फाइनेंस बैंक से 11 लाख रूपये लूटकर फरार हो गए. इसके बाद लूट की दूसरी वारदात सीतामढ़ी जिले के मेजरगंज बाजार में हुई. यहां अपराधियों ने एक एजेंसी के मुंशी से हथियार के बल पर 17 लाख रुपए लूट लिए. वहीं कल मुजफ्फरपुर में दिनदहाड़े अपराधियों ने एक बैंक के कैश वैन से 88 लाख रूपये की लूट की कोशिश की गई. लेकिन नाकाम रहे.
लॉकडाउन के दौरान लूट की वारदात से कानून व्यवस्था पर सवाल उठना शुरू हो गया है. लॉकडाउन में जहां हर चौराहे और गली में पुलिस की तैनाती की बात कही जा रही है. वहीं इस तरह लगातार हो रहे लूट ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया हैं. बिहार में 5 मई से लेकर 25 मई तक लॉकडाउन लागू है.
बिहार में लगातार बढ़ते लूट की घटना के पीछे लॉकडाउन के दौरान बढ़ी बेरोजगारी को माना जा रहा है. पिछले महीने ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) ने एक सर्वे जारी किया था. सर्वे के मुताबिक लॉकडाउन में बेरोजगारी के कारण चोरी और लूट की वारदात में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra