नई दिल्ली : कोरोना को लेकर घरेलू स्तर पर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जुबानी जंग बदस्तूर जारी है. मंगलवार को केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत की छवि खराब करने के लिए कांग्रेस पर टूलकिट के इस्तेमाल करने का आरोप लगाया, तो बुधवार को उसने सिंगापुरी स्ट्रेन को लेकर उसने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला किया है. उसने मुख्यमंत्री केजरीवाल पर भ्रम और अराजकता फैलाने का आरोप लगाया.
भाजपा के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने बुधवार को अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि अपने गैर-जिम्मेदाराना ट्वीट के जरिए उन्होंने देश की छवि के एवज में राजनीतिक फायदा उठाने का प्रयास किया है. कोरोना को लेकर अरविंद केजरीवाल के ट्वीट पढ़ने के बाद चिंता हुई के एक मुख्यमंत्री कांग्रेस को पीछे छोड़ते हुए भ्रम और अराजकता फैलाने के लिए टूलकिट पेश कर देते हैं.
भाटिया ने कहा कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) में देश में ज्यादा अस्थिरता फैलाने की होड़ लगी है. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी (आप) पीपीपी मॉडल को अख्तियार कर रहे हैं. उन्होंने पब्लिसिटी, पैटी पॉलिटिक्स और पैनिक यानी प्रचार, गंदी राजनीति और भय का माहौल को पीपीपी मॉडल का फुलफॉर्म बताया. उन्होंने आरोप लगाया कि इनका मकसद इतना हाहाकार मचाना है, जिससे अरविंद केजरीवाल से कोई प्रश्न ही न करे.
बता दें कि मंगलवार को अरविंद केजरीवाल ने अपने एक ट्वीट कहा था कि सिंगापुर में आया कोरोना का कथित नया स्ट्रेन बच्चों के लिए बेहद खतरनाक बताया जा रहा है, भारत में ये तीसरी लहर के रूप में आ सकता है. केजरीवाल ने कहा था कि उनकी केंद्र सरकार से अपील है कि सिंगापुर के साथ हवाई सेवाएं तत्काल प्रभाव से रद्द हों और बच्चों के लिए भी वैक्सीन के विकल्पों पर प्राथमिकता के आधार पर काम हो.
केजरीवाल के इस ट्वीट के बाद बुधवार को भाजपा ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने अंतर्राष्ट्रीय संबंध जैसे गंभीर विषय पर अपने क्षेत्राधिकार से बाहर जाते हुए गलत बयानी की. पार्टी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में सिंगापुर लगातार भारत के साथ खड़ा रहा है और दिल्ली सहित भारत की मदद के लिए उसने सहायता की है. भारत के सिंगापुर से ऐतिहासिक और मित्रतापूर्ण संबंध हैं और केजरीवाल को कोई हक नहीं बनता कि वे देश के अंतरराष्ट्रीय मामलों पर अनर्गल टिप्पणी कर उसे क्षति पहुंचाए.
Posted by : Vishwat Sen