बिहार के गोपालगंज के भोरे के प्रसिद्ध डॉक्टर डॉ जगदीश चौधरी ने से फोन पर रंगदारी में पांच हजार ऑक्सीजन सिलिंडर मांगने की प्राथमिकी दर्ज करायी है. उन्होंने आरोप लगाया है कि रंगदारी नहीं देने पर उनके बेटे और बहू की हत्या करने की धमकी दी गयी है. भोरे के डॉ जगदीश चौधरी खजुरहां में मेन रोड के पास ही आयोधी सेवा सदन के नाम से एक अस्पताल चलाते हैं. उनका आरोप है कि 15 मई की रात लगभग 12:25 बजे उनके व्हाट्सएप पर एक कॉल आया.
कॉल करने वाले ने अपना नाम प्रिंस बताते हुए कहा कि आप पांच हजार ऑक्सीजन सिलिंडर लता केयर में भेज दीजिए. ऐसा नहीं करने पर आपके बेटे छोटू और बहू की हत्या कर दी जायेगी. डॉ जगदीश चौधरी के पुत्र फिलहाल दिल्ली के सेना भवन में कार्यरत हैं. डॉ जगदीश ने बताया है कि रंगदारी मांगे जाने की घटना के बाद से उनका पूरा परिवार दहशत में है. इस मामले में डॉ जगदीश चौधरी के बयान पर स्थानीय थाने में भोरे की प्रख्यात महिला चिकित्सक रहीं स्व. लता प्रकाश के पुत्र अमित सौरभ उर्फ प्रिंस के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. इस घटना के बाद पूरे इलाके में तरह-तरह की चर्चा चल रही है. इस संबंध में थानाध्यक्ष सुभाष कुमार सिंह ने बताया कि आरोपित की तलाश में छापेमारी की जा रही है.
बेटे और बहु की मदद की, तो डॉक्टर ने की प्राथमिकी- इस मामले में आरोपित अमित सौरभ उर्फ प्रिंस ने बताया कि डॉ जगदीश चौधरी के पुत्र छोटू की तबीयत 10 दिन पहले खराब हुई थी. उनका ऑक्सीजन लेवल नीचे चला गया था. नोएडा में उन्होंने ही ऑक्सीजन, बेड आदि की व्यवस्था करायी. डॉ जगदीश चौधरी से कहा था कि कोरोना काल में बहुत से मरीजों को समय पर मदद उपलब्ध नहीं हो पा रही है. उनसे कहा कि मेरी मां के नाम पर चल रहा डॉ लता प्रकाश फाउंडेशन की ओर से पूरे देश में पांच हजार ऑक्सीजन सिलिंडर वितरित किये गये हैं. आप भी इस फाउंडेशन की मदद करें, ताकि गरीब मरीजों की मदद हो सके. इसी बात को लेकर डॉ जगदीश चौधरी के पुत्र छोटू ने गाली-गलौज की और डॉ जगदीश ने मेरे ऊपर फर्जी रंगदारी का केस कर दिया है. पुलिस ने भी बिना जांच किये आरोपित बनाया है.
आइएमए ने घटना को बताया दुखद- आइएमए के डॉ दीपांशु ने बताया कि डॉ लता प्रकाश फाउंडेशन एक एनजीओ है. एनजीओ के संचालक अमित सौरभ सरकार के साथ मिलकर कोरोना काल में लोगों की मदद कर रहे हैं. ऐसे में बिना जांच-पड़ताल किये ही उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करना बिल्कुल ही गलत है. डॉ जगदीश चौधरी के पुत्र के साथ हुई बातचीत की क्लिप और उनको दी गयी मदद की पूरी जानकारी जांचकर्ता को उपलब्ध करा दी जायेगी.
पूरे मामले में एसपी आनंद कुमार ने बताया कि रंगदारी में ऑक्सीजन सिलिंडर मांगने की घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच करायी जा रही है. जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी कि सत्य क्या है