बर्लिन : जर्मनी के इंडिपिंडेंट वैक्सीन एडवाइजरी पैनल के प्रमुख थॉमस मार्टिन्स ने कहा कि संक्रमण से सुरक्षा के लिए अगले साल एक बार फिर सभी लोगों को कोरोना का टीका लगवाना पड़ सकता है. उन्होंने फनके मीडिया ग्रुप को दिए बयान में कहा है कि यह कहने के लिए अभी तक आंकड़ा उपलब्ध नहीं कि बूस्टर शॉट्स की आवश्यकता कब होगी और अधिकारियों को यह देखने के लिए कुछ महीनों का इंतजार करना होगा कि क्या कुछ समूहों में कोरोना वायरस के खिलाफ सुरक्षाचक्र कमजोर होता है या नहीं.
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि वायरस वातावरण से जाने वाला नहीं है. इसलिए यह कहना अभी मुश्किल है कि वर्तमान में किए जा रहे टीकाकरण के बाद लोगों को इससे छुटकारा मिल जाएगा. उन्होंने कहा कि सैद्धांतिक तौर पर हमें अभी से ही उन लोगों के लिए तैयारी शुरू कर देनी चाहिए, जो अगले साल तक वैक्सीन लेने के लायक हो जाएंगे.
बता दें कि पिछले शुक्रवार तक जर्मनी में 30.4 मिलियन लोग या फिर कुल आबादी का 36.5 फीसदी वैक्सीन की पहली खुराक ले चुके हैं. इसके साथ ही, 9 मिलियन से अधिक या आबादी के 10.9 फीसदी लोगों ने पूरी तरह से वैक्सीन की दोनों खुराक लगवा लिया है. इसके अलावा, जर्मनी में करीब 36 लाख लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें से करीब 32.9 लाख लोगों ने कोरोना को मात देने में कामयाबी हासिल की है. हालांकि, वहां पर करीब 86,100 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है.
अगर हम भारत की बात करें, तो सोमवार की सुबह स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान भारत में कोरोना के 2,81,386 नए मामले दर्ज किए गए हैं. इसके साथ ही, कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 2,49,65,463 तक पहुंच गई है. इस दौरान 3,78,741 नए डिस्चार्ज के बाद कुल डिस्चार्ज की संख्या 2,11,74,076 हुई. देश में अब भी सक्रिय मामलों की कुल संख्या 35,16,997 है.
वहीं, भारत में टीकाकरण अभियान की ताजा स्थिति पर बात करें, तो देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगों को 6,91,211 वैक्सीन लगाई गई है, जिसके बाद कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 18,29,26,460 तक पहुंच गई है. आईसीएमआर की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में रविवार को कोरोना वायरस के लिए 15,73,515 सैंपल टेस्ट किए गए. रविवार तक कुल 31,64,23,658 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं.
Posted by : Vishwat Sen