बिहार में लगने वाले स्मार्ट प्रीपेड मीटर के मूल्य का भुगतान बिजली कंपनी करेगी. इसकी वसूली उपभोक्ताओं से नहीं की जायेगा, ऐसे में इसका बोझ उपभोक्ताओं पर नहीं पड़ेगा. इस संबंध में राज्य सरकार ने बिजली कंपनी को पिछले दिनों स्पष्ट निर्देश दिया है. इस निर्देश के बाद स्मार्ट प्रीपेड मीटर की कीमत का भुगतान कंपनी अब आठ साल के दौरान 96 किश्तों में मीटर देने वाली संबंधित कंपनी को करेगी.
सूत्रों के अनुसार राज्य में पहले चरण में 23.50 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने पर करीब 1826.86 करोड़ रुपये खर्च होंगे. पहले ऐसी खबरें आ रही थीं कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर के कीमत की वसूली उपभोक्ताओं से किश्तों में की जायेगी, लेकिन ऐसा नहीं है. इस संबंध में राज्य सरकार के विभिन्न स्तरों पर विचार-विमर्श के बाद उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त बोझ नहीं डालने का निर्णय हुआ.
क्या कहते हैं अधिकारी- इस संबंध में ऊर्जा सचिव सह बिजली कंपनी के सीएमडी संजीव हंस ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देश के बाद स्मार्ट प्रीपेड मीटर की कीमत का भुगतान बिजली कंपनी करेगी. इसका बोझ उपभोक्ताओं पर नहीं डाला जायेगा.
बिहार में लागू है लॉकडाउन- बता दें कि बिहार में 5 मई से 25 मई तक लॉकडाउन लागू है. राज्य में कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को देखते हुए यह फैसला किया गया है. राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान रिकॉर्ड एक लाख 20 हजार 271 सैंपलों की जांच की गयी, जिसमें 6894 नये कोरोना पॉजिटिव पाये गये. नये संक्रमितों की यह संख्या पिछले 30 दिनों में सबसे कम है. इससे पहले 16 अप्रैल को 6253 नये केस मिले थे. वहीं, संक्रमण दर घट कर 5.73% रह गयी है, जो पिछले 31 दिनों में सबसे कम है. इससे पहले 14 अप्रैल को संक्रमण दर 4.78% थी, जो 15 अप्रैल को बढ़ कर 6.06% हो गयी थी. यानी 30 दिन बाद संक्रमण दर छह प्रतिशत के नीचे आयी है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra