ब्लैक फंगस यानी म्यूकरमाइकोसिस से संक्रमित लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है. शुगर लेवल और इम्युनिटी को दुरुस्त रखकर ब्लैक फंगस के संक्रमण को खत्म किया जा सकता है. इस संबंध में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी आइसीएमआर ने भी एडवाइजरी जारी कर दी है.
पीएमसीएच के इएनटी विभाग के डॉ शाहीन जफर ने बताया कि कोरोना संक्रमितों को स्टेराॅयड देने के बाद शुगर लेवल बढ़ना स्वाभाविक है. इसे नियंत्रित करने के लिए इंसुलिन की जरूरत पड़ती है. ऐसे में अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद भी मरीजों का शुगर लेवल अधिक है, तो उन्हें इंसुलिन लेते रहना चाहिए़
इंसुलिन बंद करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेना चाहिए. डॉ शाहीन ने बताया कि शुगर लेवल नियंत्रित होने के बाद इंसुलिन को बंद करके फिर से टेबलेट दिया जाता है. डिस्चार्ज होने के बाद स्टेरॉयड और इंसुलिन की मात्रा धीरे-धीरे कम की जानी चाहिए. स्टेरॉयड लेने के बाद जो मरीज शुगर लेवल नियंत्रित रख रहे हैं, उन पर म्यूकरमाइकोसिस का खतरा न के बराबर देखने को मिल रहा है.
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किसी निर्माणाधीन इलाके में जाने पर मास्क पहनें
बगीचे में जाएं तो पूरे आस्तीन की शर्ट, पैंट व ग्लब्स पहनें
शुगर लेवल स्तर को जांचते रहें और इसे नियंत्रित रखें
-नाक बंद होना या बहना, काला या खून का थक्का
-आंखों के नीचे चेहरे की हड्डी में दर्द
-चेहरे में दर्द, सूनापन या सूजन
-दांतों और जबड़े में ताकत कम होना
-धुंधला या दो-दो दिखाई देना
POSTED BY: Thakur Shaktilochan
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.