Jharkhand News, Coronavirus Update Chatra (मो तसलीम, चतरा ) : जनता बड़ी उम्मीदों से अपने जनप्रतिनिधि का चुनाव करती है. उसे विश्वास होता है कि जनप्रतिनिधि क्षेत्र का विकास करेंगे और संकट के समय में उनकी समस्याओं का समाधान भी करेंगे. लेकिन जनप्रतिनिधि वैश्विक महामारी कोरोना काल में क्षेत्र से गायब हैं. कोरोना के इस संकट काल में कई लोगों का रोजगार छिन गया है. कई लोग बेरोजगार होकर घर में बैठे हैं.
ऐसे समय में जनप्रतिनिधि जनता की सेवा तो दूर, संकट के समय में हालचाल भी पूछना भूल गये हैं. गरीब व असहाय परेशान हैं, लेकिन यहां के सांसद, विधायक व मंत्री गायब हैं. उनके हाथों राहत सामग्री लेने के लिए जनता आस लगाये हुए है. पूरे देश में प्रतिदिन लाखों लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं. हर कोई मदद के लिए इधर-उधर भाग रहा है, लेकिन विपदा की घड़ी में जनप्रतिनिधि क्षेत्र की जनता को भगवान भरोसे छोड़ चुके हैं.
जनप्रतिनिधि के गायब रहने की चर्चा जगह-जगह की जा रही है. महामारी की विकट परिस्थिति में लोगों को दवाई, ऑक्सीजन, बेड मिल रहा है कि नहीं, इसकी चिंता जनप्रतिनिधियों को नहीं है. लोग किसी तरह अपनी जान बचाने में जुटे हुए है. यहां तक गरीब, मजदूर तबके के लोगों की क्या स्थिति है, इसकी भी सुध लेने कोई नहीं पहुंच रहे हैं.
सांसद व मंत्री द्वारा एक बार भी न तो कोविड अस्पतालों का जायजा लिया गया और न ही क्षेत्र की जनता से रूबरू हुए. लोगों ने कहा कि स्थिति सामान्य होते ही सांसद व मंत्री विभिन्न कार्यक्रम में फीता काटने व फोटो खिंचवाने पहुंचने लगेंगे. जबकि राज्य में कई ऐसे विधायक व सांसद हैं, जो अपने-अपने क्षेत्र में कोरोना से बचाव को लेकर बढ़-चढ़ कर राहत कार्य में जुटे हुए है. मालूम हो कि सदर विधायक सत्यानंद भोगता झारखंड सरकार में श्रम नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास मंत्री है.
Posted By : Sameer Oraon