एंटीजन किट की हेराफेरी में शामिल चार लैब टेक्नीशियन समेत पांच की सेवा समाप्त कर दी गयी. पांचाें स्वास्थ्य कर्मी संविदा पर बहाल थे. सिविल सर्जन डा.एसके चौधरी ने की रिपोर्ट पर डीएम ने मुहर लगा दी है. इधर, इस रैकैट में शामिल सदर अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक प्रवीण कुमार व सरैया के लैब टेक्नीशियन की पुलिस को तलाश है. सिविल सर्जन ने मंगलवार को हेल्थ मैनेजर के दोनों मोबाइल नंबर पर बातचीत करने की कोशिश की लेकिन नंबर स्विच ऑफ था.
इस बीच नशा मुक्ति गोदाम की सामान की जांच के लिए सिविल सर्जन ने सदर अस्प्ताल के अधीक्षक डा.शिवशंकर की देखरेख में एक टीम बना दी है. टीम गोदाम में रखे समान की सूची बनाकर उसकी रिपोर्ट वरीय अधिकारी को देंगे. जानकारी के अनुसार लैब टेक्नीशियन लव कुमार, दीपक कुमार, आनंद कुमार,मिथिलेश कुमार, अवधेश कुमार की सेवा समाप्त कर दी गई है.
वहीं इस मामले में मुजफ्फरपुर के डीएम प्रणव कुमार ने कहा है कि सरकारी एंटीजन किट की चोरी कर बाजार में बेचना एक जघन्य अपराध है.पांच की सेवा समाप्त कर दी गई है. सदर अस्पताल के प्रबंधक व सरैया के लैब टेकनीशियन का नाम प्राथमिकी में शामिल है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.
एंटीजन किट की हेराफेरी में अब सदर अस्पताल के मैनेजर प्रवीण कुमार व सकरा के लैब टेक्नीशियन की तलाश पुलिस को हैं.पुलिस का कहना है कि स्वास्थ्य प्रबंधक प्रवीण कुमार का नेटवर्क पूरे जिला मे फैला है. वह सकरा में भी स्वास्थ्य प्रबंधक के पद पर काफी दिनों तक रहे है. सकरा में उनके कार्यकाल की भी समीक्षा कर रही है. पुलिस का मानना है कि प्रवीण कुमार की बैक हिस्ट्री को खंगाला जा रहा है. पुलिस को पता चला कि शहर में कई जगह जमीन व मकान की खरीद उसने की है. इसकी जांच की जायेगी.
Posted By : Avinish Kumar Mishra