पटना. कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी लोगों में कई तरह की परेशानियां आती रहती हैं, जिसमें खांसी से लोग सबसे अधिक परेशान रहते हैं. ऐसे में चिकित्सकों ने कहा कि इसे पोस्ट कोविड कहते हैं और इसमें कुछ परेशानियां तीन से छह माह तक आने की आशंका रहती है.
चेस्ट रोग विशेषज्ञ डॉ रवींद्र कुमार सिन्हा ने कहा है कि कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद भी खांसी रहे,तो घबराने की जरूरत नहीं है. वायरस के कारण सांस की नली के म्यूकोसा यानी झिल्ली में सूजन होने के कारण इस सूजन को भरने में समय लगता है. इस कारण से खांसी देर से जाती है.
निगेटिव होने के बाद खांसी रहे, तो स्टीम बिल्कुल नहीं लें. इनहेलर और कफ सिरप का इस्तेमाल कर सकते हैं. बुजुर्गों को इनहेलर लेने से फायदा होगा. वहीं, कभी – कभी यह भी देखा गया है कि वायरस खत्म होने के बाद भी बैक्टीरिया का इफेक्ट बढ़ जाता है, जिसके कारण भी खांसी रहती है, ऐसे में चिकित्सक से मिलकर जांच कराने की जरूरत है. रिपोर्ट के आधार पर एक सप्ताह एंटीबायोटिक भी चलायी जा सकती है.
फिजिशियन डॉ राजीव रंजन ने कहा कि कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी लोगों में कई तरह के लक्षण रहते हैं. इनमें खांसी प्रमुख लक्षण है. ऐसे मरीजों में करीब छह महीने तक दिक्कत बनी रहती है. इसे लॉन्ग कोविड या पोस्ट कोविड सिंड्रोम कहते है.
इएनटी रोग विशेषज्ञ डॉ राकेश कुमार सिंह ने कहा कि रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सर्दी नहीं आनी चाहिए, क्योंकि शरीर से जब वायरस निकल जायेगा, तो सर्दी नहीं होगी. अगर किसी में सर्दी की शिकायत है, तो उन्हें पहले से एलर्जी हो सकती है. वहीं, अधिक स्टीम लेने से भी यह हो सकता है. कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद जो सबसे अधिक समय तक बॉडी में रहता है वह हैं खांसी.
Posted by Ashish Jha