हमास ने इजराइल के रिहायशी इलाकों में 100 से ज्यादा रोकेट से हमला किया जिसमें एक भारतीय नागरिक सहित दोनों तरफ के हमलों में 28 लोगों के मारे जाने की खबर है. इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले के बाद सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि हमास ने सारी सीमाओं को पार कर दिया है. अब सख्त कार्रवाई होगी.
In response to HUNDREDS of rockets in the last 24 hours, the IDF has struck a number of significant terror targets and terror operatives across the Gaza Strip, marking our largest strike since 2014.
We are currently striking more terror targets in Gaza.
— Israel Defense Forces (@IDF) May 12, 2021
इस बीच इजराइल की डिफेंस फोर्स ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी है कि हमने 100 रॉकेट के जवाब में कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है. 2014 के बाद यह हमारी सबसे बड़ी स्ट्राइक है.
WATCH as the Iron Dome Aerial Defense System intercepts rockets over southern Israel: pic.twitter.com/xUz3bMuTzz
— Israel Defense Forces (@IDF) May 12, 2021
इस हमले में जिस भारतीय महिला की मौत हुई उसका नाम सौम्या संतोष बताया जा रहा है वह लंबे समय से इजराइल में रह रही थी. इजरायल के विदेश मंत्रालय की तरफ से इस संबंध में एक बयान जारी किया गया है.
भारत में इजराइल के राजदूत डॉ रॉन मलका की तरफ से ट्वीट कर इस घटना की जानकारी दी गयी जिसमें लिखा गया, इजरायल की तरफ से संतोष के परिवार वालों को संवेदना प्रकट करता हूं. हमें इस बात का सबसे ज्यादा दुख हो रहा है कि 9 साल के बच्चे ने इस हमले में अपनी मां को खो दिया है.
इजराइल ने मंगलवार को गाजा पर हवाई हमला किया था. इजरायल ने दावा किया कि इस हमले में उसने उग्रवादियों पर हमला किया. इजराइली सेना ने दावा किया कि इस हमले में मरने वाले 16 लो उग्रवादी थे. गाजा में स्वास्थ्य अधिकारियों ने जानकारी दी कि 10 बच्चों और एक महिला समेत 28 फलस्तीनियों की मौत हुई है.
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, अधिकारियों ने आतंकी संगठन हमास और गाजा पट्टी में इस्लामिक जिहाद के खिलाफ अभियान तेज करने का फैसला लिया. उग्रवादी संगठन इस्लामिक जिहाद के एक वरिष्ठ कमांडर को मार गिराया.आतंकी कमांडर की पहचान समीह-अल-मामलुक के तौर पर हुई है जो इस्लामिक जिहाद की रॉकेट इकाई का प्रमुख था.
हमले के बाद इजराइल ने यह साफ कर दिया है कि वह इसका जवाब देगा. गाजा सीमा पर अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा रही है और रक्षा मंत्री ने 5000 आरक्षित सैनिकों को वहां भेजने का आदेश दिया गया है.
झड़प यरुशलम की अल-अक्सा मस्जिद परिसर में भी हुई जिसे यहूदी और मुसलमान दोनों पवित्र मानते हैं. इस झड़प के बाद अरब समुदाय के सैकड़ों लोगों ने इजरायल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और हमले की निंदा की . इजराइल की बर्बादी चाहने वाले इस्लामी आतंकी संगठन हमास ने तीन जंग लड़ीं और गाजा पर आतंकी संगठन के 2007 में हुए कब्जे के बाद से कई बार झड़प भी देखने को मिली.
मंगलवार को 57 सदस्यीय इस्लामिक सहयोग संगठन की आपात बैठक बुलाई गयी जिसमें सभी ने साथ मिलकर एक इजरायल की निंदा की. सभी ने एक साथ कहा कि इजरायल की कार्रवाई से ‘दुनियाभर के मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंची है,