नई दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के बेटे, राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष और पश्चिम उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय जाट नेता अजीत सिंह का गुरुवार को कोरोना संक्रमण से निधन हो गया. वह 80 साल के थे. अजीत सिंह के बेटे और पूर्व सांसद जयंत चौधरी ने ट्वीट कर यह जानकारी दी. जयंत चौधरी ने बताया कि अजीत सिंह 20 अप्रैल को कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे और छह मई की सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली.
उन्होंने अपने पिता की एक तस्वीर के साथ ट्वीट किया कि चौधरी साहब नहीं रहे. संक्रमित होने के बाद उन्हें गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बता दें कि अजीत सिंह 1986 में पहली बार राज्य सभा के लिए चुने गए. उन्होंने राष्ट्रीय लोक दल का गठन किया था.
पूर्व केंद्रीय मंत्री अजीत सिंह और उनकी पोती 22 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हुए थे. इसके बाद से उनका इलाज गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में चल रहा था. वह 4 मई से वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे और गुरुवार की सुबह उनका निधन हो गया. हालांकि, अजीत सिंह की पोती की तबीयत सही बताई जा रही है. अजीत सिंह के निधन से राजनैतिक गलियारे में शोक की लहर फैल गई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के मुखिया चौधरी अजीत सिंह के निधन पर गुरुवार को शोक जताया है. उन्होंने कहा कि वह हमेशा किसानों के कल्याण के लिए समर्पित रहे. मोदी ने ट्वीट कर कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजीत सिंह जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है. वे हमेशा किसानों के हित में समर्पित रहे. उन्होंने केंद्र में कई विभागों की जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया. शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं.
समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर लिखा, ‘राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष, पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजीत सिंह जी का निधन, अत्यंत दुखद! आपका यूं अचानक चले जाना किसानों के संघर्ष और भारतीय राजनीति में कभी ना भरने वाली जगह छोड़ गया है। शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदना! दिवंगत आत्मा को शांति दे भगवान.’
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने आरएलडी के अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है.राज्यपाल ने दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना प्रेषित की है.
चार बार केंद्रीय मंत्री रहे अजीत सिंह की राजनीतिक पहुंच का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वे कांग्रेस की नेतृत्व वाली यूपीए और बीजेपी की सरकार में मंत्री रहे. उन्होंने अपने पिता की राजनीतिक विरासत को बखूबी आगे बढ़ाया और वे एक बार राज्य सभा सांसद और सात बार लोक सभा सांसद रहे. हालांकि 2014 और 2019 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
राष्ट्रीय लोक दल के नेता अजीत सिंह का जन्म 12 फरवरी 1939 को मेरठ में हुआ था और वे पूर्व प्रधानमंत्री और देश के बड़े किसान नेता चौधरी चरण सिंह के बेटे थे. वे भारतीय राजनीति के एक बड़े चेहरे थे. मौजूदा समय में वे किसान नेताओं के बड़े नेताओं में शुमार थे. अजीत सिंह ने भारती प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी. उनके पिता चौधरी चरण सिंह भारत के प्रधानमंत्री भी रहे. उनके निधन पर समाजवादी पार्टी और बीजेपी समेत तमाम राजनीतिक दलों ने शोक जताते हुए इसे भारतीय राजनीति की अपूरणीय क्षति बताया है.