कुशेश्वरस्थान. सतीघाट स्थित पीएचसी में कार्यरत लैव टेक्नीशियन के कोरोना संक्रमित होने से पीएचसी में कोविड-19 की जांच दो दिनों से ठप पड़ी हुई है. इसे जांच कराने आने वालों को निराश लौज जाना पड़ता है. मंगलवार को सेवानिवृत्त शिक्षक हिरणी निवासी रमाकांत चौधरी जांच कराने पीएचसी पहुंचे. लैब टेक्नीशियन के नहीं रहने से उन्हें निराश वापस लौटना पड़ा.
इस संबंध में चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अर्णव आनंद ने बताया कि सीएस को पत्र लिखकर लैब टेक्नीशियन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है. टेक्नीशियन के आ जाने के बाद ही जांच शुरू हो पायेगी.
उन्होंने बताया कि पीएचसी के छह कर्मी कोरोना संक्रमित हो गये हैं. इसमें एक लैब टेक्नीशियन सहित दो सुरक्षा गार्ड, एक एएनएम, एक डाटा ऑपरेटर तथा एक चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी शामिल हैं. वहीं प्रखंड में 36 व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिले हैं.
इसमें पारो निवासी छेदी साह का निधन दरभंगा में इलाज के दौरान पूर्व में हो गया था. वहीं विषहरिया के तीन, हरौली व बेर के दो-दो, हरिनगर व दिनमो के एक- एक व्यक्ति यानी नौ लोग कोरोना को मात देकर पुरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं.
बिरौल. सीएचसी में कोविड-19 जांच के दौरान तीन स्वास्थ्यकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाये गये. इसकी पुष्टि करते हुए हेल्थ मैनेजर एसएम फारूकी ने बताया कि सभी को आवश्यक दवा उपलब्ध कराते हुए 14 दिनों के लिए होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गयी है.
जाले/कमतौल. अहियारी उत्तरी पंचायत के रामनगर टोले में एक ही परिवार के आधा दर्जन लोग कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं. सूत्रों के अनुसार सभी एक ही परिवार के हैं. लगातार बुखार रहने की वजह से वे सभी जांच के लिए रेफरल अस्पताल न जाकर मधुबनी जिला बिस्फी प्रखंड मुख्यालय स्थित पीएचसी पर चले गए. वहां परिवार के छह लोगों को पॉजिटिव बताया गया. इसमें 68 वर्षीय वृद्धा के साथ छह साल का एक बच्चा भी शामिल बताया गया है.
अस्पताल के एक स्वास्थ्य कर्मी के अनुसार रेफरल अस्पताल में अब तक हुई जांच में 79 कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं. इन छह लोगों के जुड़ने पर संख्या अब 85 हो गई है. सूत्र बताते हैं कि इस तरह के दर्जनों परिवार हैं जो अन्यत्र जांच करा कर कोविड पॉजिटिव होकर होम आइसोलेशन में हैं.
Posted by Ashish Jha