Jharkhand News, Gumla News गुमला : कोरोना पॉजिटिव होने के बाद होम आइसोलेट कर लिया. धैर्य रखा. हताश नहीं हुए. समय पर दवा ली. सफाई पर ध्यान दिया. मात्र सात दिन में कोरोना महामारी हार गया. कोरोना योद्धा मां-बेटी ने मिल कर कोरोना महामारी को हराया है. हम बात कर रहे हैं, गुमला शहर निवासी नीलम गुप्ता व उनकी बेटी अनोखी प्रिया के बारे में. दोनों मां-बेटी ने कोरोना को पराजित किया. अब दोनों स्वस्थ हैं. नीलम गुप्ता ने कहा कि मुझे कोरोना हो गया था.
मैं पहले दिन हॉस्पिटल गयी. हॉस्पिटल में अच्छी व्यवस्था नहीं होने के कारण मेरे पति राजेश कुमार गुप्ता मुझे घर लेकर आ गये. घर में मैंने खुद से अपना इलाज किया और पूर्ण रूप से ठीक हो गयी. इसमें मेरे पति ने बहुत साथ दिया. अस्पताल से अच्छा देखभाल घर में किया गया. मैं आम पब्लिक को कहना चाहूंगी कि हॉस्पिटल से अच्छा घर पर ही आप कोरोना गाइड लाइन का पालन करें. घर में जो सुविधा मिलती है. वह हॉस्पिटल में नहीं मिलती है. अगर किसी को सांस लेने की तकलीफ हो रही है, ऐसे मरीजों को हॉस्पिटल में भर्ती होकर इलाज कराना चाहिए.
वहीं जिसे कोरोना हुआ है. मामूली तकलीफ है. वे घर पर रह कर आराम से ठीक हो सकते हैं. अनोखी प्रिया ने कहा कि जब मैंने कोरोना जांच के लिए सैंपल दी, तो प्रशासन द्वारा मुझे दो रिपोर्ट बताया गया. एक ने फोन कर कहा कि रिपोर्ट पॉजिटिव है. दूसरे ने कहा कि रिपोर्ट निगेटिव है. मेरे पिता की मदद से मैंने डॉक्टर से सलाह ली.
इसके बाद अपनी मां के साथ घर में ही होम आइसोलेट हो गयी. प्रशासनिक मदद एवं घरेलू नुस्खे भाप, गर्म पानी, गरारा एवं पौष्टिक आहार की बदौलत मैं सात दिनों में पूरी तरह स्वस्थ हो गयी. मां बेटी ने कहा कि कोरोना होता है तो आप डरे नहीं. बल्कि अपनी दिनचर्या को अनुशासित बना लें. आप निश्चित रूप से स्वस्थ हो जायेंगे.
Posted By : Sameer Oraon