पटना. कोरोना महामारी मई माह में भी अपना सितम ढ़ा रही है. एक मई को जिले में कोरोना ने तो अपना रिकार्ड ही तोड़ दिया था. उस दिन तीन हजार 75 नये मरीज मिले थे. दो व तीन मई को यह आंकड़ा थोड़ा कम हुआ.
मंगलवार को जिले में कोरोना के 2681 नये मरीज फिर से मिले हैं. इनमें से अकेले 100 से अधिक मरीज कंकड़बाग इलाके के हैं. इसके अलावा शास्त्रीनगर, दीघा, बोरिंग रोड, बुद्धा कॉलोनी, श्रीकृष्णा नगर, दानापुर, राजाबाजार, हनुमान नगर, महेंद्रू, आलमगंज, फुलवारीशरीफ एरिया से सबसे अधिक मिले हैं.
नये मरीजों में 40 प्रतिशत महिलाएं और बाकी पुरुष व बच्चे शामिल हैं, हालांकि राहत की बात यह है कि मंगलवार को नये मरीजों के साथ-साथ डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की संख्या करीब 435 थी.
वहीं, जिले में अब एक्टिव मरीजों की संख्या 18 हजार 604 के पास पहुंच गयी है. जिले में अप्रैल माह में कोरोना ने कहर ढाया और पिछले 11 माह में मिले मरीजों से भी ज्यादा रिकार्ड मरीज अप्रैल में सामने आये.
एनएमसीएच में सोमवार व मंगलवार को भी नौ संक्रमित मरीजों की मौत हो गयी है. मंगलवार को अस्पताल में चार मरीज व सोमवार की रात पांच मरीज की मौत हुई है. एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह और एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ मुकुल कुमार सिंह ने बताया कि एक वर्ष में अस्पताल में संक्रमित 485 मरीजों की मौत अब तक हो चुकी है.
पटना एम्स में मंगलवार को पांच लोगों की मौत कोरोना से हो गयी जबकि 40 नये कोरोना पॉजिटिव मरीजों को एडमिट किया गया है. एम्स कोरोना नोडल आॅफिसर डॉ संजीव कुमार ने बताया एम्स के आइसोलेशन वार्ड में 40 नये कोरोना पॉजिटिव मरीजों को भर्ती कर इलाज शुरू किया गया है. इसके अलावा एम्स में 26 लोगों ने कोरोना को मात दे दी. वहीं मंगलवार शाम तक आइसोलेशन वार्ड में 341 का इलाज चल रहा था.
पीएमसीएच में मंगलवार को पांच मरीजों की मौत कोरोना से हो गयी. पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने बताया कि वर्तमान में 103 मरीज कोविड वार्ड में भर्ती हैं. इनमें 25 मरीज आइसीयू में भर्ती हैं, जबकि 80 से अधिक मरीज ऑक्सीजन पर हैं.
छह मरीजों ने कोरोना को मात दी है, जिनका स्वास्थ्य जांच कर डिस्चार्ज किया गया. वहीं, आइजीआइएमएस में तीन मरीजों की मौत हो गयी, जबकि आठ मरीज डिस्चार्ज किये गये हैं.
Posted by Ashish Jha