कोरोना वायरस के संक्रमण से भारतवर्ष प्रभावित है. ऐसे में ऑनलाइन डेटिंग एप की लोकप्रियता बढ़ गई है. सोशल डिस्टेंसिंग के कारण लोग अब एक दूसरे से मिल तो नहीं सकते, इसलिए वे इस तरह के ऐप की मदद ले रहे हैं. टिंडर, बंबल, ओके क्यूपिड आदि जैसे लोकप्रिय डेटिंग ऐप्स के आंकड़ों के अनुसार, इन एप्स के यूजर्स की संख्या में वृद्धि देखी गई.
द गार्जियन में छपी खबर के अनुसार ‘Elate Date’ नामक एक ऐप ने ‘वैक्सीन स्टेटस’ को भी एक मानदंड के रूप में जोड़ा है ताकि लोगों को इसके आधार पर फ़िल्टर किया जा सके. एलाट डेट के संस्थापक संजय पांचाल बताते हैं कि आप टीकाकरण के लिए थोड़े लचीले होते जा रहे हैं. हमारे शोध से पता चलता है कि 60% से अधिक लोग ऐसे व्यक्ति के साथ डेटिंग करने पर विचार नहीं करेंगे जो टीकाकरण के खिलाफ था.
मिल रही है लोगों के वरीयता
लोग अपने ऐप बायोस में ‘टीकाकरण’, ‘शॉट्स’ आदि जैसे शब्दों को शामिल करने लगे ताकि व्यक्ति से मिलान किया जा सके. वास्तव में, जो लोग जैब पाने के लिए नहीं दिखते थे, उन्हें सिर्फ इस आधार पर खारिज कर दिया जाता था कि वे इसके बारे में क्या सोचते हैं.
टिंडर ने जनवरी में, उपयोगकर्ता बायोस में टीका उल्लेखों में 238 प्रतिशत स्पाइक पाया, जबकि बम्बल ने अपने प्रोफाइल में “टीका” या “टीकाकरण” सहित लोगों की संख्या में “लगातार वृद्धि” की रिपोर्ट में कहे.
Posted By: Shaurya Punj