नयी दिल्ली : कोरोनावायरस संक्रमण (Corona Crisis) से बुरी तरह प्रभावित भारत की ओर अब ब्रिटेन (UK), अमेरिका (America) सहित कई देशों ने मदद का हाथ बढ़ाया है. सिंगापुर जहां पिछले कई दिनों से भारत को मदद पहुंचा रहा है, वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) और अमेरिका ने भी मदद का भरोसा दिया है. यूरोपीयन यूनियन की ओर से भी मदद की पेशकश हुई है. ब्रिटेन ने कहा कि भारत की मदद के लिए 600 से अधिक चिकित्सा उपकरणों के साथ-साथ ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और वेंटिलेटर दिल्ली भेजे जा रहे हैं. यह मंगलवार तक भारत पहुंच जायेगा.
ब्रिटेन इसी सप्ताह इन उपकरणों की दूसरी खेप भी भारत भेजेगा. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई के इस कठिन समय में हम मित्र एवं साझेदार की तरह भारत के साथ खड़े हैं. हम भारत सरकार से लगातार संपर्क में हैं. यूरोपीय कमिशन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयन ने भी कहा है कि भारत के साथ लगातार संपर्क में है.
कोविड-19 महामारी को लेकर बाइडन प्रशासन के शीर्ष स्वास्थ्य सलाहकार ने कहा कि अमेरिका सक्रियता के साथ भारत को मदद देने के रास्ते तलाश रहा है, जहां कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में भारी वृद्धि देखी जा रही है. डॉ एंथनी फाउची ने कहा कि कई कदमों पर विचार किया जा रहा है, जिनमें ऑक्सीजन भेजना, कोविड-19 जांच में सहयोग देना और दवाएं तथा व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण भेजना शामिल है.
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एअर इंडिया आगामी दो दिन में अमेरिका और भारत के बीच अपनी दो उड़ानों से करीब 600 ऑक्सीजन संकेंद्रक लेकर आयेगी. विमानन उद्योग से जुड़े सूत्रों ने रविवार को बताया कि इन ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का ऑर्डर निजी प्रतिष्ठानों ने दिया है. सूत्रों ने पीटीआई भाषा ने बताया कि एअर इंडिया की आगामी सप्ताह में निजी प्रतिष्ठानों के लिए करीब 10,000 ऑक्सीजन संकेंद्रक लाने की योजना है.
Britain has announced that it's sending over 600 medical devices including oxygen concentrators and ventilators to India to help the country with a surge in #COVID19 cases; visuals from Milton Keynes in Buckinghamshire, UK pic.twitter.com/mpQcNSlfgG
— ANI (@ANI) April 25, 2021
भारत में हो रही ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए सऊदी अरब से 80 मीट्रिक टन जीवन रक्षक गैस लायी जा रही है. ऑक्सीजन को भेजने का काम अडानी समूह और लिंडे कंपनी के सहयोग से हो रहा है. रियाद स्थित भारतीय मिशन ने ट्वीट किया कि भारतीय दूतावास को अति आवश्यक 80 मीट्रिक टन तरल ऑक्सीजन भेजने के मामले में अडानी समूह और एम/एस लिंडे के साथ साझेदारी करने पर गर्व है. हम हृदय से सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय को सभी तरह की मदद, समर्थन और सहयोग के लिए धन्यवाद देते हैं.
अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने ट्वीट किया कि धन्यवाद भारतीय दूतावास, शब्दों से अधिक काम बोलता है. हम दुनिया भर से ऑक्सीजन लाने के आपात मिशन पर हैं. यह जहाज से भेजी जा रही पहली खेप है जिसमें चार आईएसओ क्रायोजेनिक टैंक में 80 टन तरल ऑक्सीजन दम्मान से मुंद्रा (गुजरात) के रास्ते में है.
Posted by: Amlesh Nandan.