बिहार में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन की ओर से दुकानों के खुलने का समय अलग-अलग निर्धारित किया गया है. साथ ही नाइट कर्फ्यू भी लगा दिया गया है. दुकाने शाम छह बजे बंद होने का असर बाजार पर पड़ने लगा है. कोरोना महामारी संकट के बीच अभी शादी का सीजन भी चल रहा है और इसी बीच खाद्य तेलों की कीमतों में आग लग गई है.
कोरोना महामारी के बीच खाद्य तेलों की कीमतें लगातार आसमान छू रही हैं. लगभग हर दिन खाद्य तेलों की कीमत पांच रुपये प्रति लीटर महंगी हो रही है. पिछले छह दिनों में खाद्य तेलों की कीमत खासकर सरसों तेल और रिफाइंड ऑयल का भाव तो चढ़ता ही जा रहा है.
होली के वक्त जो सरसों तेल 100-140 रुपये था, वह बुधवार को 160 से 195 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गया. रिफाइंड तेल भी 95-135 रुपये से बढ़कर 155 से 190 रुपये प्रति लीटर हो गया है. पांच फरवरी 2020 से लेकर 22 अप्रैल 2021 तक में सरसों तेल में 95 रुपये और रिफाइंड तेल में 100 रुपये प्रति लीटर का इजाफा हो चुका है.
बिहार खुदरा विक्रेता महासंघ के महासचिव रमेश चंद्र तलरेजा ने बताया कि सरसों तेल का भाव पिछले साल लॉकडाउन के समय से ही चढ़ रहा है. पिछले एक माह से तो खाद्य तेलों की कीमत में लगातार इजाफा हो रहा है. इसके अलावा अरहर दाल खुदरा में 120 रुपये किलो, मूंग दाल 120 रुपये और चना दाल 85, मसूर दाल 85 और उड़द दाल 120 रुपये प्रति किलो चल रहा है. चीनी खुदरा में 40-42 रुपये है. इनकी कीमतों में खास अंतर नहीं आया है. आटा का भाव स्थिर बना हुआ है
बता दें कि बिहार में कोरोना के डराने वाले माहौल के बीच थोड़ी राहत वाली खबर है. दरअसल 48 घंटे पहले मिले 12,222 नए संक्रमितों की तुलना में बीते 24 घंटे में राज्य में 733 नए संक्रमित कम मिले. राज्य में गुरुवार को एक दिन में 11 हजार 489 नए कोरोना संक्रमित की पहचान हुई. हालांकि सभी जिलों में कोरोना पेशेंट्स की संख्या में इजाफा हो रहा है.
Posted By: Utpal Kant