अगर दूसरों के हाथों से बनी खैनी के सेवन करने की आदत है तो इसे जल्द बदल लीजिए. क्योंकि मौजूदा हालात में इससे भी संक्रमण का गंभीर खतरा है. तंबाकू सेवन करने वाले परंपरागत शैली में हथेली पर रगड़-रगड़कर खैनी (तंबाकू) तैयार करते हैं. कोई मांग ले तो परहेज नहीं करते हैं, जो खतरनाक हो सकता है, भारी पड़ सकता. मगर इससे वे लोग बेखबर हैं जो खैनी मांगकर खाते हैं. देश-विदेश में कोरोना को लेकर दहशत है. मगर तंबाकू सेवन करने वालों के चेहरे पर तनिक भी भय नहीं.
कहते हैं, कोरोना-फोरोना खैनी के गंध से नजदीक भी नहीं आएगा. गांव या चौपाल पर बैठकी हो और तंबाकू नहीं चले, हो नहीं सकता. एक की हथेली पर तैयार खैनी कई लोग बांटकर होठों के नीचे दबा लेते हैं. आदत से मजबूर इनलोगों में भी कोरोना को लेकर सतर्कता नहीं है. ऐसे में यदि खैनी लगाने वाला व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव हो, तो बात बिगड़ सकती है.
कोरोना से लोग भले ही भयभीत नहीं हों, मगर यह स्थिति भयभीत करने वाली है. क्योंकि तंबाकू का सेवन करने वाले लोग आदतों से परहेज नहीं कर पा रहे. चूंकि, एक संक्रमित व्यक्ति से संपर्क में आने से दूसरे के भी कोरोना वायरस का खतरा है. इसे देखते हुए तंबाकू का सामूहिक सेवन खतरे की घंटी है. जिले में सीधे तंबाकू का सेवन करने वालों की बड़ी तादाद है.
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करीब 26 फीसदी लोग तंबाकू का सेवन करते हैं. यानी, चार में से एक व्यक्ति सीधे हाथों में तैयार कर खैनी के रूप में तंबाकू का सेवन करते हैं. मजदूर अधिक कर रहे हैं. इस एहतियात के बीच अधिक जरूरी है मजदूर वर्ग के लोगों को जागरूक करने की. क्योंकि निर्माण कार्य व खेतों में काम करने वाले मजदूर तंबाकू का अधिक सेवन करते हैं. परहेज करने की जरूरत है. जिस व्यक्ति में इस तरह के लक्षण हैं वे जांच करा लें. साथ ही समूह में रहने से बचें.
इस बारे में डेंटिस्ट डॉ शेखर जालान कहते हैं कि तंबाकू से अन्य बीमारियों का भयंकर खतरा होता है. तंबाकू का सेवन ही आत्मघाती है. कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच सामूहिक रूप मे तंबाकू के सेवन से संक्रमण का खतरा अवश्य बढ़ जाता है. इसलिए ऐसा करने से बचें. जरूरी है कि सामूहिक रूप से कोई काम करने से बचा जाए. दूसरों के हाथों में बने खैनी से आप हो सकते हैं कोरोना पॉजिटिव तथा News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें।
Posted By: Thakur Shaktilochan