Jharkhand News, Lohardaga News किस्को : बढ़ती गर्मी का असर प्रखंड के दिखने लगा है. प्रखंड के तालाब व जलाशय सूख चुके हैं. किसानों की खेतों में लगी फसल पानी के अभाव में खेतों में ही सूख रही है. वहीं दूसरी ओर टमाटर का उचित मूल्य नहीं मिलने से किसान टमाटर को खेतों में ही छोड़ रहे हैं. नदी व तालाबों की पानी सूखने से किसानों द्वारा लगायी गयी टमाटर व अन्य फसलें सूख रही हैं. किसानों द्वारा जेसीबी के माध्यम से पैसा इकट्ठा कर नदी व तालाबों में गड्ढा खोद कर खेतों तक पानी ले जाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन वह भी बेकार साबित हो रही है. एक तरफ किसान गड्ढा खोद रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ नरम मिट्टी होने के कारण गड्ढा भर जा रहा है, जिससे किसानों की मेहनत बेकार साबित हो रही है.
प्रखंड की खरकी पंचायत क्षेत्र के सेमरडीह व हुआहार गांव में किसानों द्वारा लगभग 20 एकड़ भूमि पर टमाटर की खेती की गयी है. गांव के किसान मुन्ना टाना भगत, सुखराम टाना भगत, विनोद टाना, भगत, केवरा सिंह, धुरन खेरवार, महेश साह देव, रमेश सहदेव, उमेश सहदेव, जोगेंद्र सिंह, राजमन टाना भगत, नागेश्वर सिंह, राजू साहू, तुलसी साहू, राजेश्वर साहू, सीताराम टाना भगत, बुद्धेश्वर टाना भगत, प्रसाद भगत, बजरंग गोप, तेतरी व मीरा भगत द्वारा 20 एकड़ से अधिक भूमि पर टमाटर की खेती की गयी है.
वहीं कुछ किसान द्वारा बंधा गोभी की खेती की गयी है, जो पानी के अभाव में मर रहे हैं. पटवन के लिए गांव में महुआ बांध, लेढ़ी बांध, केतकी डैम व छोटे-बड़े कई जगहों से हैं, जो सूख चुके हैं. किसानों ने डैम व तालाबों में पानी देख अपनी फसल लगायी थी, परंतु फसल तैयार होते पानी सूख गये. अब किसान फसल को बचाने के लिए तालाब व डैम में गड्ढा खोद कर पानी का इंतजाम कर रहे हैं, परंतु वह बेकार साबित हो रहे हैं. प्रखंड कृषि पदाधिकारी शंकर प्रसाद से बात करने पर उन्होंने कहा कि किसान अपनी समस्या को लेकर जिला स्तर पर आवेदन दें,समस्याओं का समाधान किया जायेगा.
Posted By : Sameer Oraon