पटना. लोगों की जान के लिए खतरा बन चुका कोरोना वायरस अब शादी के सात फेरों में भी बाधा बन गया है. इस साल भी अप्रैल और मई में होने वाली अधिकतर शादियां स्थगित करके उनकी तिथि आगे बढ़ायी जा रही हैं. मानव जीवन में ग्रहदशाओं का बेहद महत्व माना जाता है. अच्छी दशाएं हैं तो बल्ले-बल्ले और शनि की साढ़े साती आयी तो बनते काम बिगड़ जाते हैं.
मौजूदा दौर में ग्रहदशाओं पर भी एक दूसरी महादशा की छाया बन गयी है और वह है कोरोना वायरस की छाया. यह खासकर उन युवाओं के लिए दुखदायी साबित हो रही है जिनके जीवन में सात फेरों की बहार आने वाली थी. ऐसे युवाओं के लिए मुहूर्त भी था, मौका भी था, दस्तूर भी था और बाराती भी, लेकिन ऐन वक्त पर कोरोना की काली छाया ऐसी पड़ी कि अब इंतजार ही शेष रह गयी है.
शादी की पार्टी में न आएं. कोरोना वायरस के खतरे से बचने के लिए मेरी बेटी की शादी में शरीक न हों. हमने इस आयोजन को साधारण रखने का फैसला लिया है. हमने शादी व रिसेप्शन कैंसिल कर दिया है. इसलिए खुद को जोखिम में डालकर शादी में आने की जरूरत नहीं है. कई लोग, जिन्होंने पहले अपने मेहमानों को कार्ड देकर आमंत्रित किया था. वह अब ऐसे मैसेज वाट्सएप के जरिये अपने मेहमानों व दोस्तों को भेज रहे हैं. वहीं एक बैंक्वेट हॉल के मालिक ने बताया कि लोग अब कंफ्यूजन में आ गये हैं. वो या तो शादी को कैंसिल कर रहे हैं या शादी की तारीख में बदलाव कर रहे हैं.
गोला रोड के मयंक की शादी सात मई को थी, लेकिन उन्होंने अपनी शादी को कैंसल कर दिया. अभी आगे की तारीख तय नहीं हुई है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण व राज्य सरकार की पाबंदियों के बीच इस जोरदार लग्न में भी शादियां फीकी रहने वाली है. वह कहते हैं कि हमने कई सुनहरे सपने संजोए थे. नये जीवन की नयी योजनाएं भी मन में बना ली थी पर क्या मालूम था सारे सपनों पर पानी फिर जायेगा. मंगल गीत बजने से पहले कोरोना का सायरन बज उठा.
शिवपुरी के रोहित पटेल की शादी 25 अप्रैल को होनी है. शादी का कार्ड हर तरफ बंट चुका है. सारी खरीदारी हो चुकी है. सारे रिश्तेदार भी शादी में शामिल होने की तैयारी करने लगे हैं, लेकिन जब से सरकार की नयी गाइडलाइन आयी है. रोहित परेशान हैं कि किसी को शादी में आने से कैसे मना करूं. उन्होंने बताया कि हमने वैसे ही समारोह थोड़ा सीमित रखा है. लेकिन अब उसमें भी सरकार ने कटौती कर दी. अब किन 100 लोगों बुलाया जाये. ऐसे में हमने शादी की वेन्यू को बदल दिया है. अब शादी गांव से होगी.
बोरिंग रोड के प्रवीण की शादी 13 मई को है. शादी का कार्ड भी बंट चुका है. उन्होंने बताया कि शादी और रिसेप्शन में अधिक लोगों को बुलाने का न्योता चला गया है. पिता जी को शादी धूम-धाम से करने का शौक था. शहर के मशहूर दो बैंड पहले से बुक हैं. शादी इतनी नजदीक है कि इसे कैंसल कराने में भी लाखों का घाटा होगा. कोरोना को लेकर जब से नयी गाइडलाइन आयी है,अब लड़की वालों से बातचीत करके डेट आगे बढ़ाने की कोशिश की जा रही है.
दानापुर के रहने वाले सुरेंद्र सिंह ने बताया कि मेरी बेटी की शादी दो मई को है. कोरोना ने हमारे सारे अरमान पर पानी फेर दिये हैं. नयी गाइडलाइन को किस तरह से फॉलो किया जाये, यह समझ में नहीं आ रहा है. बारात में ही 250 से अधिक लोग आने वाले थे. मैंने जो मैरेज गार्डन बुक किया था, अब उसे कैंसिल करना पड़ा. क्योंकि शादी में हजार से अधिक लोग शामिल होते. कई लोगों को शादी में आने से मना करना पड़ रहा है. सात फेरों में रोड़ा बना कोरोना, बिहार में सात फेरों में रोड़ा बना कोरोना कई शादियां कैंसिल होने तथा News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें।
Posted by Ashish Jha