बिहार में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मरीजों को ऑक्सीजन गैस की किल्लतों का सामना करना पड़ रहा है. कोरोना के दूसरे लहर में नयी परेशानियों से मरीजों की संकट बढ़ी हुई है. कोरोना से इस बार मरीजों को सांस लेने में काफी तकलीफें हो रही है. अचानक ऑक्सीजन लेवल काफी कम हो जा रहा है. जिसके बाद उन्हें फौरन ऑक्सीजन की जरुरत महसूस होती है. वहीं मरीजों की संख्या बढ़ते जाने के बाद अस्पतालों में भी इसकी कमी होने लगी जिसके बाद सरकार ने सूबे के सभी मेडिकल कॉलेजों में अपना खुद का ऑक्सीजन प्लांट चालू करने का फैसला लिया था और निर्देश दिये थे.
इस क्रम में दरभंगा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल ने बेहद तेजी दिखाई है. अपने मरीजों के लिए डीएमसीएच में ऑक्सीजन गैस का उत्पादन शुरू कर दिया गया है. अस्पताल में स्थापित किये गये ऑक्सीजन प्लांट में प्रतिदिन 45 सिलेंडर गैस तैयार किया जाएगा. डीएम डॉ त्यागराजन एसएम ने सोमवार को प्लांट का निरीक्षण किया. इस दौरान उपस्थित बीएमसीआइसीएल के अभियंताओं ने प्लांट को चालू किया गया. बताया गया कि डीएमसीएच प्रतिदिन 45 सिलेंडर ऑक्सीजन गैस का निर्माण कर सकेगा. प्लांट चालू हो जाने से डीएमसीएच को अपने बेडों के लिए ऑक्सीजन मिलती रहेगी.
डीएम ने डीएमसीएच के नये आइसीयू वार्ड का भी निरीक्षण किया. वहां वेंटिलेटर युक्त 25 बेड स्थापित किये जा रहे हैं. उन्होंने अभियंताओं को हर हाल में मंगलवार दोपहर 12 बजे तक नये आइसीयू वार्ड को चालू कर देने का निर्देश दिया. नया आइसीयू चालू हो जाने पर डीएमसीएच में वेंटिलेटर युक्त बेडों की संख्या 32 हो जाएगी. नया आइसीयू में स्टेपलाइजर, यूपीएस और सेंसर लगाया जाना है. साथ ही विद्युत आपूर्ति चालू की जानी है.
Also Read: Remdesivir Injection: जब पटना हाइकोर्ट ने पूछा- कोरोना के इलाज में कितनी कारगर है रेमडेसिविर दवा, जानें AIIMS के डायरेक्टर ने क्या दिया जवाब…
डीएम ने डीएमसीएच के अधीक्षक कार्यालय में बैठक कर कोविड अस्पतालों की व्यवस्था की समीक्षा की. कहा कि नर्सिंग हॉस्पिटल को ऊपर शिफ्ट किया जाए, ताकि कोविड मरीज पर ज्यादा ध्यान दिया जा सके. बढ़ते संक्रमण को देखते हुए आरटीपीसीआर टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिये. इस दौरान उप विकास आयुक्त तनय सुल्तानिया, सहायक समाहर्ता अभिषेक पलासिया, डीएमसीएच अधीक्षक, कार्यपालक अभियंता विद्युत, बीएमएसआइसीएल के अभियंता एवं कार्यपालक अभियंता विद्युत उपस्थित थे.
Posted By: Thakur Shaktilochan