बिहार में कोरोना बेकाबू है. हर रोज संक्रमण के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं. छपरा शहर के रिमांड होम के 38 बाल आवासियों समेत सारण जिले के 270 व्यक्ति सोमवार को कोरोना पॉजिटिव पाये गये. इस प्रकार कोरोना के कुल मरीजों की संख्या जहां 2297 हो गयी है, वहीं एक्टिव मरीजों की संख्या 2062 हो गयी है. रिमांड होम के सभी 38 बाल आवासियों को सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में इलाज कराया जा रहा है.
सिविल सर्जन डॉ जेपी सुकुमार के अनुसार समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित ऑब्जर्वेशन होम के एक पदाधिकारी पहले संक्रमित हुए. इसके बाद बारी-बारी से होम के अन्य बच्चे संक्रमित होते चले गये. संबंधित पदाधिकारी इलाज के लिए तो पटना चले गये, परंतु जिला पदाधिकारी डॉ निलेश रामचंद्र देवरे के निर्देश तथा प्रभारी एसडीओ सह डीसीएलआर पुष्पेश कुमार की देख-रेख में बच्चों का इलाज सदर अस्पताल में किया जा रहा है.
रिमांड होम के इतनी बड़ी संख्या में बाल आवासियों के संक्रमित होने को लेकर प्रशासनिक महकमे में चर्चा है. उधर ऑब्जर्वेशन होम में रह रहे बाल आवासियों के परिजन भी ऑब्जर्वेशन होम की व्यवस्था को ले जहां प्रशासन को कोष रहे हैं, वहीं अपनों बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं.
सिविल सर्जन डॉ सुकुमार ने बताया कि ऑब्जर्वेशन होम के 38 बाल आवासियों समेत जिले के 81 कोरोना संक्रमितों को जिला आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है. वहीं दो मरीजों को स्टेट आइसोलेशन वार्ड में तथा 1701 एक्टिव मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है. मेडिकल टीम बारी-बारी से होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों का इलाज कर रही है.
वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते संक्रमण से निबटने में हर वर्ग के सहयोग के मद्देनजर डीएम निलेश रामचंद्र देवरे ने सोमवार की संध्या व्यवसायियों के साथ बैठक की. बैठक में डीएम ने कोरोना के संक्रमण से बचाव को ले लॉकडाउन के संबंध में व्यवसायियों से फीडबैक लिया. इस अवसर पर व्यावसायिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने सुझाव भी दिये.
डीएम ने बताया कि गृह विभाग की गाइडलाइन के अनुसार बाजारों को शाम के छह बजे तक ही खुलने की अनुमति है. ऐसी स्थिति में छह बजे के बाद प्रतिष्ठान खोलने वालों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई होगी.
Posted By: Utpal Kant