अनिकेत त्रिवेदी, पटना. कोरोना ने पूरे देश सहित राज्य में भी स्थिति भयावह कर रखी है़ आये दिन कोरोना के मामलों में नयी उछाल आ रही है़ अगर हम राज्य में आयी कोरोना की दूसरी लहर की तुलना पिछले साल की पहली लहर से करते हैं तो स्थिति का अंदाजा सहज लगाया जा सकता है़
रिपोर्ट बताती है कि पिछले वर्ष 10 अगस्त को राज्य में सबसे अधिक एक दिन में कोरोना के 4071 नये मरीज मिले थे़ उस वर्ष 22 मार्च को कोरोना का पहला मरीज मिला था़ इस हिसाब से देखा जाये, तो पिछले साल एक दिन में नये कोरोना मरीजों की अधिकतम संख्या तक पहुंचने में लगभग साढ़े पांच माह का समय लग गया था, जबकि इस वर्ष मार्च के अंत में शुरू हुई दूसरी लहर में सिर्फ एक माह में अब तक के सबसे अधिक कोरोना मरीज गुरुवार को 6133 दर्ज किये गये.
जिले में माइक्रो कंटेनमेंट जोन की संख्या भी तेजी से बढ़ती जा रही है. जिले में गुरुवार को इनकी संख्या बढ़ कर 380 हो गयी है. इसमें सबसे अधिक 191 पटना सदर में है. इसके बाद 90 बाढ़ में हैं, पालीगंज में नौ, मसौढ़ी में 34, पटना सिटी में 29, दानापुर में 27 माइक्रो कंटेनमेंट जोन हैं.
गुरुवार को सूबे के विभिन्न बैंकों के 200 से अधिक कर्मचारी और अधिकारियों के कोराना संक्रमित होने की सूचना है. सबसे अधिक मामले स्टेट बैंक में पाये गये है. इस बैंक के 145 बैंककर्मी कोरोना संक्रमित हो गये है. स्टेट बैंक जोन पटना में 70, भागलपुर 25, मुजफ्फरपुर 20 तथा अन्य जिले में 30 कर्मचारी और अधिकारी कोरोना संक्रमित होने की जानकारी मिली है.
स्टेट बैंक स्टॉफ एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने बताया कि हर दिन 100 से अधिक बैंक कर्मी कोरोना संक्रमित पाये जा रहे हैं. इसके बावजूद सरकार बैंक को लेकर कोई गाइडलाइन जारी नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकारी विभाग की तरह बैंकों में भी रोटेशन के आधार पर कर्मचारी और अधिकारी बुलाने का आदेश सरकार जारी करे.
इंडियन बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के जोनल सेक्रेट्री मदन कुमार ने बताया कि इंडियन बैंक के जीएम से लेकर कर्मचारी केवल पटना जिले में 26 बैंक कर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. मेन ब्रांच में चार, जोनल ऑफिस में आठ, करेंसी चेस्ट के दो और एफजीएम के 12 कर्मचारी और अधिकारी कोरेाना पॉजिटिव हो गये हैं. आज हनुमान नगर शाखा के तीन कर्मचारी पॉजिटिव पाये गये हैं.
वहीं पंजाब नेशनल बैंक के 22 कर्मचारी और अधिकारी कोरोना संक्रमित होने की सूचना है. पीएनबी बैंक यूनियन के महासचिव बीके मिश्रा ने बताया कि लगातार कोरोना संक्रमण से संक्रमित हो रहे बैंककर्मी के सुरक्षा के लिए बैंक प्रबंधन और न ही सरकार के स्तर पर कोई ठोस कदम उठाया जा रहा है. जिस रफ्तार से सूबे में मामले बढ़ रहे है और लोगों की मौत हो रही है. वैसे स्थिति में बैंक कर्मी काफी भयभीत हैं.
Posted by Ashish Jha