पटना. मध्य बिहार में पुरवैया और पछिया हवा की टक्कर से ऊपरी वायुमंडल में कपासी वर्षी मेघों (क्यूम्यूलस निंबस क्लाउड) का निर्माण हो रहा है. इसकी वजह से प्रदेश के कई हिस्सों में तेज गर्जना के साथ गुरुवार-शुक्रवार को बारिश दर्ज की गयी है. शनिवार को भी बारिश और कुछ एक जगहों पर ठनका गिरने का अनुमान है.
दक्षिण और उत्तरी बिहार इस तरह के बदले मौसम से प्रभावित हुए हैं. मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि रविवार तक पूरे प्रदेश में इस तरह की दशा बनी रह सकती है. दरअसल, इस समय प्रदेश के पूर्वी हिस्से में बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी युक्त पुरवैया और राजस्थान से पछिया हवा आ रही है.
ये नमी युक्त पुरवैया और सूखी पछिया हवा मिल कर ऊपर की ओर बढ़ रही हैं, जो विशेष प्रकार के बादलों के निर्माण कर रही है. इस सीजन में अक्सर ऐसी दशाएं पहले भी बनती रही हैं. फिलहाल चल रहे प्री मॉनसूनी सीजन में हल्की-फुल्की बारिश कई जगहों पर हुई है. इन सब की वजह से प्रदेश का मौसम ऊमस भरा हो गया है.
कपासी वर्षी मेघों से शनिवार को प्रदेश के कई हिस्सों में आंधी पानी और ठनका गिरने की आशंका है. लेकिन, इस मौसमी दशा की वजह से तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा. हालांकि, रात के तापमान में अचानक इजाफा हो सकता है.
फिलहाल इन विशेष प्रकार के कपासी बादलों से भारी वर्षा, ओला, ठनका आदि के गिरने की आशंका ज्यादा बढ़ जाती है. इन बादलों के संदर्भ में विशेष बात यह है कि ये नीचे से ऊपर की ओर एक विशाल मीनार की भांति आसमान में दिखाई देते हैं. वर्तमान में यह बिहार में आसमान में पांच से छह किमी ऊपर बन रहे हैं.इसके अलावा पूर्वी उत्तरप्रदेश के सटे क्षेत्र में चक्रवात भी सक्रिय है.
प्रदेश में शुक्रवार सर्वाधिक बरसात पूर्णिया में 17 मिलीमीटर, कडवा में 15 मिलीमीटर और भीम नगर में 11 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी है. प्रदेश में अधिकतम तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री अधिक है.
बारसोई (कटिहार). जिले के विभिन्न क्षेत्रों में शुक्रवार को तेज आंधी से काफी नुकसान हुआ. इससे कई घरों के छप्पर उड़ा गये और फसलें बर्बाद हो गयी. बिजली के पोल व तार टूट के घर व सड़क पर गिर गये. इसके कारण कई लोगों के घरों को काफी नुकसान पहुंचा है. इधर सड़क पर कई बड़े-बड़े पेड़ गिर जाने के कारण कुछ समय के लिए स्टेट हाइवे 98 पर आवागमन बाधित रहा. 18 से 20 घंटे बिजली सेवा बाधित रही.
Posted by Ashish Jha