Coronavirus Bihar Update: बिहार की राजधानी पटना में कोरोना का कहर खतरनाक रूप लेता जा रहा है. जुलाई 2020 के बाद संक्रमितों का आंकड़ा डेढ़ के पार पहुंच गया है. इधर, महाराष्ट्र में कोराना के अधिक कहर के कारण प्रवासी मजदूरों के बिहार लौटने का सिलसिला तेज हो गया है. महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई और पुणे से 10 से 13 अप्रैल तक सात स्पेशल ट्रेनें बिहार आ रही हैं. संभावना है कि ऐसे में करीब 12 हजार प्रवासी महाराष्ट्र से बिहार लौटेंगे.
कोरोना के संक्रमण को बढ़ता देख अब जिला प्रशासन ने निर्णय लिया है कि महाराष्ट्र से पटना और दानापुर आने वाली सभी ट्रेनों के हर एक यात्री की कोरोना जांच की जायेगी. इसके पीछे कोशिश है कि इन यात्रियों से राज्य में कोरोना का संक्रमण नहीं फैले. इसी के लिए बुधवार को पटना डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने पटना जंक्शन का निरीक्षण किया.
इस दौरान उन्होंने रेलवे और प्रशासन के विभिन्न अधिकारियों से विचार-विमर्श किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र से आने वाली ट्रेनों के यात्रियों की शत प्रतिशत जांच की जानी है. इसके लिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश भी दिये हैं.
उन्होंने पटना सिविल सर्जन को इन स्टेशनों पर पर्याप्त संख्या में काउंटर बनाने, रैपिड एंटीजन जांच के लिए पर्याप्त संख्या में कर्मियों को प्रतिनियुक्त करने का निर्देश दिया. उन्होंने कोरोना जांच कार्य के सुचारु संचालन के लिए एडीएम लॉ एंड ऑर्डर को मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल तैनात करने का निर्देश दिया है.
बिहार की राजधानी पटना कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. बुधवार को भी जिले में 522 नये पॉजिटिव केस मिले हैं. इससे एक दिन पहले मंगलवार को 486 केस मिले थे. पिछले कुछ दिनों से लगातार बड़ी संख्या में कोरोना के नये केस मिल रहे हैं. इसी के साथ जिले में कोरोना से होने वाली मौत का ग्राफ एक बार फिर से बढ़ता जा रहा है. पिछले दो सप्ताह में कोरोना से जिले के 15 लोगों की मौत हो.
इस तरह से देखें तो औसतन हर दिन एक मौत कोरोना से हुई है. इन मौतों में एम्स, पीएमसीएच और एनएमसीएच में होने वाली कुल मौतों को नहीं जोड़ा गया है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 24 मार्च को जिले में 454 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी थी. वहीं 6 अप्रैल के आंकड़ों के मुताबिक मरने वालों की संख्या 469 हो गयी. इस तरह से इस बीच में 15 लोगों की मौते हुई हैं.
Posted By: Utpal Kant