Jharkhand News (सिमडेगा), रिपोर्ट-रविकांत साहू : सिमडेगा जिला अंतर्गत सदर हॉस्पिटल के पुरुष वार्ड में रविवार से इलाजरत गांगुटोली निवासी विनोद साव दो मंजिले भवन के खिड़की के छज्जे पर बांस के सहारे चढ़ गया. बार- बार कूदने की धमकी देने लगा. इस दौरान घंटों हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. लगातार कूदने की धमकी देने से हॉस्पिटल परिसर में अफरा-तफरी मच गयी. अस्पताल प्रशासन व स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना तत्काल पुलिस व दमकल विभाग को दी. पुलिस कर्मी एवं दमकल कर्मियों ने युवक को समझाते हुए उसे बचाने का प्रयास शुरू किया. इस दौरान सदर हॉस्पिटल कर्मी मो अजीम ने हिम्मत दिखाते दमकल कर्मियों के साथ मिलकर घंटों मशक्कत करने के बाद विक्षिप्त को किसी तरह नीचे उतारने में सफल हुआ.
मो अजीम ने रस्सी के सहारे छज्जे तक पहुंच कर बड़ी मुश्किल से जान जोखिम में डाल कर युवक को काबू में किया. इस दौरान विक्षिप्त को रस्सी के सहारे बांच कर धीरे-धीरे नीचे सकुशल उतार लिया. मो अजीम के प्रयास की दमकल कर्मियों, पुलिसकर्मियों एवं मौजूद लोगों ने जमकर सराहना की है.
छज्जे पर चढ़े युवक के परिवार वालों ने बताया कि युवक शराब के नशे का आदी था. पिछले कुछ दिनों से वह शराब छोड़ चुका था. जिससे उसकी मानसिक स्थिति थोड़ी खराब हो चुकी है. वह काफी कमजोर एवं बीमार हो गया था. जिसे लेकर उसे सदर हॉस्पिटल के पुरुष वार्ड में भर्ती कराया था. बीती रात उसे खून भी चढ़ाया गया.
परिवार के लोगों ने बताया कि वह रात में हॉस्पिटल में हंगामा करने लगा. इस पर युवक के परिवारजनों ने उसे पुलिस को बुलाने की धमकी दी. इसी बात पर विक्षिप्त सुबह बांस के सहारे खिड़की के छज्जे पर चढ़ गया था और वहां से बार-बार कूदने की धमकी देने लगा.
पुरुष वार्ड के बाहर ही आंगन में एक लंबा बांस पहले से रखा हुआ था. शायद रंग-रोगन का काम हुआ था. इसके बाद आंगन में ही पड़ा रहा. इस बीच विक्षिप्त को बांस के सहारे चढ़ते हुए किसी ने नहीं देखा जबकि आंगन के सामने ही पुरुष वार्ड तथा महिला वार्ड भी है. इसके बावजूद छज्जे पर चढ़ रहे विक्षिप्त विनोद साव को किसी ने नहीं देखा.
सदर हॉस्पिटल के सिविल सर्जन पीके सिन्हा ने बताया कि विक्षिप्त मानसिक रूप से बीमार है. उसमें खून की कमी थी. खून चढ़ाया गया है. उसे बेहतर इलाज के लिए रांची स्थित कांके भेजा जायेगा.
Posted By : Samir Ranjan.