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मुलायम के घर बीजेपी की सेंधमारी
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मुलायम की भतीजी को बीजेपी ने दिया टिकट
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क्या बीजेपी को मिलेगी इसका लाभ
पश्चिम बंगाल में टीएमसी नेताओं का बीजेपी की पाली में आने के बाद अब यही सिलसिला यूपी में दिखाई दे रहा है. बीजेपी ने मुलायम के घर में ही सेंधमारी कर दी है. जी हां, यूपी पंचायत चुनाव में मुलायम सिंह की भतीजी बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. मुलायम की भतीजी संध्या यादव को टिकट देकर बीजेपी ने प्रदेश की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है. बीजेपी की इस सेंधमारी को बड़ी राजनीतिक दांव के रूप में देखा जा रहा है.
एसपी के गढ़ में बीजेपी की सेंधः बीजेपी ने वार्ड नंबर-18 से बतौर प्रत्याशी जिस नाम की घोषणा की है उससे मुलायम सिंह यादव की नींद उड़ गई है. मुलायम सिंह यादव की भतीजी संध्या यादव को बीजेपी ने वार्ड नंबर 18 घिरोर तृतीय उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी का यह दांव यूपी में मुलायम सिंह यादव के खिलाफ एक बड़ा कदम बताया जा रहा है. बता दें, संध्या यादव- पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव की बहन हैं और निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष हैं.
मैनपुरी से निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष है संध्याः संध्या यादव 2016 में समाजवादी पार्टी की टिकट से चुनाव जीतकर मैनपुरी जिला पंचायत अध्यक्ष बना थीं. लेकिन कहा जाता है बदायूं के पूर्व सांसद और मुलायम सिंह यादव के भतीजे धर्मेंद्र यादव से मुलायम की तल्खी ने संध्या यादव को भी हाशिए पर ला दिया, और एक साल बाद ही 2017 में संध्या यादव के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर उन्हें पद से हटा दिया गया. इसके बाद से ही मुलायम सिंह से उनकी दूरियां बढ़ती गई.
ऐसे तल्ख हुए संध्या-मुलायम के रिश्तेः बीते जुलाई 2017 में समाजवादी पार्टी ने मैनपुरी जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं संध्या यादव के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया. उस समय बीजेपी ने अविश्वास प्रस्ताव पर इनकी मदद की थी. बीजेपी की मदद से कुर्सी तो बच गयी लेकिन अपनी भतीजी संध्या से मुलायम के रिश्ते बिगड़ते चले गये. वहीं, संध्या यादव के पति पहले ही बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. ऐसे में अब संध्या यादव को भी टिकट देकर बीजेपी ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है.
गौरतलब है कि मुलायम और संध्या यादव के तल्ख रिश्ते का सीधा लाभ बीजेपी को मिल सकता है. बीजेपी ने संध्या को बतौर पंचायत सदस्य उम्मीदवार पार्टी का टिकट दिहा है. ऐसे में अगर संध्या चुनाव जीत जाती हैं तो, आने वाले समय में बीजेपी उनपर बड़ा दांव भी खेल सकती है. वहीं उनके माध्यम से बीजेपी सपा के कुछ और लोगों को भी फोड़ सकती है. ऐसे में बीजेपी की इलाके में पकड़ और मजबूत होगी.
Posted by: Pritish Sahay