बिहार बोर्ड दसवीं परीक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है. इस साल का रिजल्ट पिछले साल के रिजल्ट (Bihar Board Result 2021) से थोड़ा कम रहा है. इस साल 78.17 फीसदी छात्र पास हुए हैं. जबकि पिछले वर्ष (2020) कुल 80.59 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए थे. बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा में पहली बार टॉप-10 में 101 स्टूडेंट्स शामिल हैं. पूजा, संदीप और शुभाषानी टॉप -10 में हैं. इस बार टॉपर्स में सिमुलतला स्कूल का दबदबा है. टॉप 10 में 13 स्टूडेंट्स सिमुलतला आवासीय विद्यालय (जमुई) के.
सिमुलतला आवासीय विद्यालय को बिहार में टॉपर्स फैक्ट्री के नाम से जाना जाता है. साल 2015 से सिमुलतला आवासीय विद्यालय के बच्चों ने बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा में शामिल होना शुरू किया. इस साल यहां की पूजा कुमारी ने 484 नंबर हासिल कर टॉप किया है. साल 2018 में इस स्कूल ने पहली बार सबसे ज्यादा टॉपर देने का मुकाम हासिल किया था. 2018 के 10वीं के रिजल्ट में टॉप 10 की लिस्ट में शामिल 23 छात्रों में 16 सिमुलतला आवासीय विद्यालय के थे.
आखिर क्यों है सिमुलतला आवासीय विद्यालय इतना विख्यात
इस साल बिहार बोर्ड के मैट्रिक परीक्षा में टॉप 18 मे से 16 छात्र इसी स्कूल के छात्र शामिल थे. यह विद्यालय साल 2010 में खुला था. उस वक्त तात्कालीन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 9 अगस्त 2010 को सिमुलतला आवासीय विद्यालय का उद्घाटन किया था. यहां गुरुकुल पद्धति पर आधारित सह शिक्षा वाला आवासीय विद्यालय है.
ऐसे हुई सिमुलतला आवासीय विद्यालय की शुरूआत
साल 2000 झारखंड की स्थापना के बाद नेतरहाट आवासीय विद्यालय (रांची) तथा इंदिरा गांधी आवासीय विद्यालय (हजारीबाग) झारखंड में चले गए. को पीूरा करने के लिए मिनी शिमला कहे जाने वाले जमुई के सिमुलतला में जंगलों व पहाड़ियों के बीच सिमुलतला आवासीय विद्यालय की स्थापना की गई. यह स्कूल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है.
Posted By: Shaurya Punj