कोरोना के बाद से लोग स्मॉ सेविंग्स स्कीम की ओर ज्यादा ध्यान देने लगे हैं. इसमे पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स जैसे पीपीएफ (PPF), आरडी (Recurring Deposit), सुकन्या समृद्धि (Sukanya Samriddhi Yojana), सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम्स (Senior Citizen saving Scheme), एनएससी (NSC) आदि जैसी कई योजनाओं के नाम शामिल हैं. ऐसे में, अगर आप भी इनमें इन्वेस्ट करने का सोच रहे हैं तो पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) आज की तारीख में निवेश का शानदार विकल्प है. आइए जानते हैं, इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें…
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) लंबी अवधि के निवेश के लिए एक बेहतर निवेश विकल्प है. पोस्ट ऑफिस के साथ-साथ आजकल बैंक में भी पीपीएफ अकाउंट खोला जा सकता है. पीपीएफ इन्वेस्टमेंट का सबसे बड़ा फायदा है कि इसमें निवेश से न केवल पैसों की सिक्योरिटी रहती है, बल्कि इसमें मैच्योरिटी अमाउंट और इंट्रेस्ट इनकम में टैक्स छूट का पूरा लाभ मिलता है. इसका मतलब साफ है कि इस सेविंग स्कीम में निवेश से पैसों की बचत साथ-साथ टैक्स से छूट का लाभ भी मिलता है. इसमें निवेशकों के लिए जोखिम न के बराबर होता है. चूंकि, PPF में निवेश पूरी तरह सरकार द्वारा गारंटीड है, इसलिए यह पूरी तरह रिस्क फ्री भी है. सेल्फ इम्प्लायड प्रोफेशनल और EPFO के दायरे में नहीं आने वाले कर्मचारियों के लिए पीपीएफ निवेश का एक सबसे उपयुक्त विकल्प है.
पीपीएफ अपने निवेशकों रिस्क फ्री रिटर्न के साथ अच्छे इन्टरेस्ट रेट भी उपलब्ध कराता है. पीपीएफ पर ब्याज दर हमेशा 7 फीसदी से 8 फीसदी रही है. वर्तमान में, पीपीएफ पर ब्याज दर 7.1 फीसदी सालाना है. यह आर्थिक स्थिति को देखते हुए कभी कभी ये दर थोड़ी कम या ज्यादा होती रहती है, लेकिन अगर आप इसमें निवेश करने का सोच रहे हैं, तो तुरंत करे. क्योंकि, ये ब्याज दरें 30 जून 2021 तक जारी रहेगी.
पीपीएफ में हर भारतीय निवेश कर सकता है. यहां तक कि नाबालिग के नाम से भी इसमें अकाउंट खोला जा सकता है. स्मॉल सेविंग स्कीम के तहत इसमें एक साल में न्यूनतम 500 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपएये तक जमा किए जा सकते हैं. इसमें नॉमिनेशन की सुविधा, माइनर के नाम पर दूसरा पीपीएफ अकाउंट खुलवाने की सुविधा, लोन लेने की सुविधा, इंट्रा ऑपरेबल नेटबैंकिंग/मोबाइल बैंकिंग के जरिए ऑनलाइन डिपॉजिट सुविधा, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक सेविंग्स अकाउंट से ऑनलाइन डिपॉजिट जैसी बहुत सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं.
पीपीएफ का मैच्योरिटी पीरियड 15 सालों का होता है. इसके पूरा होने पर आपको मैच्योरिटी पीरियड पूरा लाभ मिलता है, लेकिन अगर आप इस निवेश को और आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो इसकी सुविधा भी पीपीएफ आपको देती है. मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने के बाद पीपीएफ अकाउंट को 5-5 साल के ब्लॉक में आगे बढ़ाया जा सकता है और ऐसा आप बहुत बार के सकते हैं. आप चाहें, तो आगे के सालों के लिए भी नए कॉन्ट्रीब्यूशन के साथ अकाउंट एक्सटेंड कर सकते हैं. पीपीएफ अकाउंट आगे बढ़ाने के लिए आपको मैच्योरिटी पीरियड खत्म होने की तारीख से लेकर साल भर के अंदर फॉर्म भरकर देना होता है.
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Postedd by : Vishwat Sen
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