-
सचिन वाजे को सीने में दर्द और हार्ट ब्लॉकेज
-
एनआइए कोर्ट ने मेडिकल रिपोर्ट मांगी
-
सचिन वाजे एंटीलिया केस और मनसुख हिरेन मर्डर मामले के मुख्य आरोपी है
एनआइए (NIA) कोर्ट मुंबई पुलिस के पूर्व अफसर सचिन वाजे की मेडिकल रिपोर्ट देखना चाहती है. दरअसल सचिन वाजे के वकील ने कोर्ट में आवेदन दिया था कि वाजे स्वास्थ्य संबंधी समस्या से गुजर रहे हैं. वकहल ने कोर्ट में आवेदन दिया था कि वाजे के सीने में दर्द और हार्ट ब्लॉकेज है. इसके बाद एनआइए कोर्ट ने वाजे की मेडिकल रिपोर्ट मांग ली है. आपको बता दें कि सचिन वाजे एंटीलिया केस और मनसुख हिरेन मर्डर मामले के मुख्य आरोपी है. एनआइए ने 13 मार्च को उसे गिरफ्तार किया था और आज ही उसकी कस्टडी खत्म हो रही है.
सचिन वाजे के वकील रौनक नाईक ने अदालत को एक आवेदन दिया है जिसमें उन्होंने कहा है कि सचिन वाजे को सीने में दर्द है…साथ ही उनके हार्ट में 90% के दो ब्लॉकेज भी हैं. इसलिए वाजे को उनके कार्डियोलॉजिस्ट से मिलने दिया जाए. उनका मेडिकल ट्रीटमेंट कोर्स शुरू करने की इजाजत दी जानी चाहिए. इसके बाद कोर्ट ने वाजे की मेडिकल रिपोर्ट मांगी है.
गौर हो कि एनआइए ने सचिन वाजे के खिलाफ अनलॉफुल एक्टिविटीज (प्रीवेन्शन) एक्ट यानी UAPA की कई धाराएं भी लगाने का काम किया हैं. इसके बाद अब एनआइए को वाजे की 30 दिन की कस्टडी मांगने का अधिकार प्राप्त है. यहां चर्चा कर दें कि IPC की धाराओं में एक बार में सिर्फ 14 दिन के लिए ही कस्टडी दी जाती है. यही नहीं UAPA के तहत जांच एजेंसी 180 दिन में चार्जशीट दाखिल कर सकती है, लेकिन IPC में यह समय सीमा 90 दिन की ही रहती है.
इधर उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास एसयूवी बरामद होने के मामले में तिहाड़ जेल में बंद एक गैंगस्टर की भूमिका की जांच की जा रही है. इस एसयूवी में विस्फोटक बरामद हुए थे और जैश-उल-हिंद नाम के एक संगठन ने टेलीग्राम (एप) पर एक संदेश भेज इस घटना की जिम्मेदारी लेने का दावा किया था. इस संदेश के संबंध में ही गैंगस्टर की भूमिका की जांच की जा रही है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दोषी व्यक्ति के मुम्बई के अंडरवर्ल्ड से संबंध हैं और पिछले कुछ दिनों से उसका दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है.
Also Read: Antilia Case : NIA ने की क्लब के मालिक से पूछताछ
आपको बता दें कि अंबानी के दक्षिण मुम्बई स्थित घर ‘एंटीलिया’ के पास से 25 फरवरी को एक कार में से जिलेटिन की छड़ें बरामद हुई थी. पुलिस ने बताया कि टेलीग्राम (एप) पर 26 फरवरी को एक अकाउंट बनाया गया था और 27 फरवरी देर रात एक संदेश जारी कर अंबानी के घर के बाहर वाहन खड़ा करने की जिम्मेदारी लेने का दावा किया गया. वहीं, 28 फरवरी को जैश-उल-हिंद का एक अन्य संदेश भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें संगठन ने दावा किया था कि उसकी घटना में कोई संलिप्तता नहीं है. पुलिस के अधिकारी ने कहा कि एक निजी साइबर एजेंसी की मदद से की गई जांच में सामने आया कि टेलीग्राम अकाउंट तिहाड़ जेल के अंदर बनाया गया. उक्त अधिकारी पहले जांच का हिस्सा थे.
Posted By : Amitabh Kumar